टीएस बाबा के समर्थकों ने बड़े पैमाने पर खरीदे पटाखे, बड़े पैमाने पर मिठाइयों के आर्डर भी दिए गए, कभी भी आ सकती है खुशखबरी….

कल देर रात को छत्तीसगढ़ में सियासी हलचल काफी तेज हो गई। दिल्ली से आए एक फोन कॉल ने पूरे प्रदेश के माहौल को बदल दिया। राजनीतिक हलके के एक खेमे में सन्नाटा पसर गया, तो दूसरे खेमे में खुशियों के पटाखे फूटने लगे। टीएस बाबा के समर्थकों ने देर रात से ही बड़े पैमाने पर पटाखे खरीदने शुरू कर दिए। जिससे इस बात के कयास लगाए जाने लगे हैं कि छत्तीसगढ़ में कुर्सी की लड़ाई अब आर-पार के अंतिम पायदान पर पहुंच चुकी है। और बाबा की ताजपोशी होने की पुष्टि कर दी गई है। दिल्ली से प्राप्त सूत्रों के अनुसार टी एस सिंहदेव को छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनाने के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसकी सूचना भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजी जा चुकी है। किंतु आधिकारिक रूप से पूरे मामले को गोपनीय रखने के लिए कहा गया है। हालांकि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दो-तीन दिनों पूर्व ही टीएस सिंहदेव के मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर हरी झंडी दे दी थी और मीडिया के सामने इसकी पुष्टि भी की थी। किंतु जैसे ही टीएस सिंह देव के समर्थकों ने बड़े पैमाने पर पटाखे खरीदने शुरू किए और मिठाई दुकानों में बड़े पैमाने पर आर्डर दिए। उससे इस बात का अंदाजा लगाया जाने लगा कि टी एस सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाए जाने के लिए कांग्रेस आलाकमान द्वारा हरी झंडी दे दी गई है। आप किसी भी समय मुख्यमंत्री बदलाव की घोषणा हो सकती है। इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी कुर्सी खिसकते हुए देखकर पिछले दो-तीन दिनों से अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। और बड़े पैमाने पर छत्तीसगढ़ में कार्यक्रम कर रहे हैं। आज भी उन्होंने प्रदेश में कलेक्टरों की मैराथन बैठक रखी है। भूपेश बघेल ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री घोषित किए जाने के लिए सर्वेक्षण तक करा डाला। और प्रायोजित ढंग से एक निजी सर्वेक्षण में स्वयं को देश का नंबर वन मुख्यमंत्री भी घोषित करवा दिया। किंतु आलाकमान के ऊपर उनकी इस रेटिंग का कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। जनसंवाद को सूत्रों से मिली खबर के अनुसार कुर्सी की लड़ाई आर पार के अंतिम पायदान पर पहुंच चुकी है और भूपेश बघेल का जाना भी तय माना जा रहा है।