अधिग्रहण के साढ़े 4 दशक बाद भी नहीं मिला मुआवजा, सीएम हाउस के सामने 26 से बेमियादी भूख हड़ताल पर बैठेंगे ननकी,1977-78 में पंतोरा उरगा हाटी सड़क निर्माण हेतु ग्राम कनकी, तरदा, कथरीमाल के करीब 60 किसानों की अधिग्रहित की गई थी भूमि

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री व मौजूदा रामपुर विधायक ननकीराम कंवर 26 अक्टूबर से राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री आवास के सामने बेमियादी हड़ताल पर बैठेंगे । कोरबा जिले में सड़क निर्माण के लिए साढ़े 4 दशक बाद भी अधिग्रहित भूमि का मुआवजा सम्बंधित किसानों को नहीं मिलने सहित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में हुई गड़बड़ी की शिकायत पर ईओडब्ल्यू द्वारा एफआईआर दर्ज करने के बाद भी दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता ने सरकार को घेरने यह चेतावनी दी है।

जिले के रामपुर क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक और प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने बताया कि सन् 1977-78 में पंतोरा उरगा हाटी सड़क निर्माण हेतु ग्राम कनकी, तरदा, कथरीमाल के करीब 60 किसानों की भूमि अधिग्रहित की गई थी। जिसका मुआवजा देते समय तत्कालीन नायब तहसीलदार द्वारा अवैधानिक मुआवजा बनाने और बांटने के कारण उनके विरूद्ध पुलिस में मामला दर्ज कराया गया था उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। इस कारण से मुआवजा राशि बांटना बंद कर दिया गया था। इसके बाद से ग्राम कनकी, तरदा एवं कथरीमाल के प्रभावित किसान लगातार मुआवजा राशि की मांग करते आ रहे हैं। राजस्व अधिकारीगण हमेशा प्रकरण गायब होने का बहाना बनाकर किसानों की अनदेखी करते आ रहे हैं और अर्जित की गई जमीन का मुआवजा आज तक नहीं दिया गया है।श्री कंवर ने बताया कि वर्तमान में ग्राम कनकी के पास नहर के ऊपर पुल बनाने हेतु कुछ किसानों की भूमि अर्जित की गई है और उन कास्तकारों को मुआवजा राशि दिया गया है। उसी अनुसार उरगा, हाटी सड़क निर्माण कार्य में ग्राम कनकी, तरदा, कथरीमाल के प्रभावित किसानों को आज की स्थिति में मुआवजा राशि भुगतान करने की आवश्यकता है। यदि पुराना फाईल नहीं मिल रहा है तो नये सिरे से भूमि का सर्वे कराकर ऋण पुस्तिका (खसरा) अनुसार आज की स्थिति में मुआवजा बनाया जा सकता है। जिसका सुझाव भी उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अफसरों को दिया है। प्रभावित कास्तकार गत लगभग 4 वर्षों से लगातार मुआवजा राशि की मांग राजस्व विभाग से करके परेशान हो गये हैं। राजस्व विभाग के अधिकारी कुछ सुनने को तैयार नहीं है। विभाग के अधिकारी कहते हैं कि राजस्व विभाग से आदेश मिलने पर राशि देने के लिए तैयार हैं कहकर किसानों को लौटा दिया जाता है। रामपुर विधायक ननकीराम ने बताया कि उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग से कई बार दूरभाष पर वार्तालाप की। फिर भी मुआवजा राशि दिलाने के लिए कोई पहल आज तक नहीं हुई। यह अत्यंत दुख का विषय है। इस संबंध में पूर्व में भी मुख्यमंत्री को आवश्यक पहल करने दिनांक 5 अप्रैल को पत्र लिखा गया था एवं विधानसभा में भी ध्यानाकर्षण कराया गया था।यहां तक कि मुख्यमंत्री ने अपने ओएसडी को त्वरित पहल के निर्देश दिए थे। फिर भी उनकी मांगों को अनसुना कर दिया गया। विधायक श्री कंवर ने कहा है कि यदि 25 अक्टूबर तक किसी प्रकार की पहल नहीं की गई तो वे, सीएम हाउस के सामने 26 अक्टूबर से अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठेंगे।

नए सिरे से नाप लें किसान नहीं हैं बेईमान

रामपुर विधायक श्री कंवर ने कहा कि यदि पुराना फाईल नहीं मिल रहा है तो नये सिरे से भूमि का सर्वे कराकर ऋण पुस्तिका (खसरा) अनुसार आज की स्थिति में मुआवजा बनाया जा सकता है। जिसका सुझाव भी उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अफसरों को दिया है। उन्होंने कहा है कि किसान बेईमान नहीं हैं। नए सिरे से सीमांकन कर सकते हैं।

सहकारी बैंक के घोटालेबाजों को बचा रही सरकार

पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर का कहना है कि उन्होंने सन 2010 से जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में हुए अनियमितता घोटाले की शिकायत दर्ज किया गया था। प्रकरण ईओडब्ल्यू तक में दर्ज कर एफआईआर दर्ज कराया गया था। बावजूद आज पर्यन्त दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हुई जो हैरान करने वाला विषय है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन डीजीपी भी इस पूरे प्रकरण में दोषी हैं। जो आरोपियों को प्रश्रय देते रहे।