रायपुर: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी के लिए पंजीयन अब 10 नवंबर तक कराया जा सकेगा। सीएम भूपेश बघेल ने आदिवासी नृत्य महोत्सव के समापन अवसर पर इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि हमने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के नाम से इसका शुभारंभ किया था, पर सभी के प्यार और दुनियाभर के आदिवासी समुदाय के सहयोग से यह अंतरराष्ट्रीय नृत्य महोत्सव बन गया।
सीएम ने कहा कि यह समाज उन लोगों का है जो सदियों से हाशिये पर रहे हैं। इनके बिना हमारा अस्तित्व पूरा नहीं हो सकता और इस समाज को साथ लेकर चले बिना विकास संभव नहीं है। हमारा राज्य भले ही पुराना है, लेकिन हमारी संस्कृति और सभ्यता काफी प्राचीन है। इस आयोजन के माध्यम से हमने सभी को जोड़ने की कोशिश की है। कार्यक्रम में सभी मंत्री, सांसद, निगम-मंडल आयोग के अध्यक्ष मौजूद थे।
आदिवासी समाज की उड़ान बनी रहे: भक्त चरणदास
पूर्व सांसद भक्तचरण दास ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य जैसा विकास वर्तमान में किसी दूसरे राज्य में नहीं हुआ। यहां पर आदिवासी, महिलाओं, बच्चों, युवाओं के लिए भूपेश सरकार ने जो काम किए हैं वैसा कोई दूसरा नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव के माध्यम से आदिवासी संस्कृति को जो नया आयाम मिला है यह ऐसे ही जारी रहे और आदिवासी समाज की उड़ान यूं ही बनी रहे।
झारखंड को प्रथम, ओडिशा को द्वितीय पुरस्कार
श्रेष्ठ प्रस्तुति देने वाले नृत्य दलों को सीएम ने सम्मानित भी किया। विवाह के मौके पर होने वाले नृत्य की श्रेणी में प्रथम झारखंड के करसा, द्वितीय ओडिशा के धप और तृतीय पुरस्कार असम के कारबी दल को दिया गया। अन्य पारंपरिक त्यौहार की श्रेणी में प्रथम झारखंड के छाऊ, द्वितीय ओडिशा के बजासल और छत्तीसगढ़ के गौरसिंग नर्तक दल को तृतीय पुरस्कार दिया गया।