MSP पर बना रहेगा टकराव:किसानों ने 26 नवंबर को रायपुर में सभा की योजना बनाई, मैनपुर से एक दिन पहले निकलेगी ट्रैक्टर रैली

MSP पर बना रहेगा टकराव:किसानों ने 26 नवंबर को रायपुर में सभा की योजना बनाई, मैनपुर से एक दिन पहले निकलेगी ट्रैक्टर रैली

रायपुर6 घंटे पहले

केंद्र सरकार के तीन विवादित कानूनों के वापस लेने की घोषणा के बाद भी किसान आंदोलन शांत नहीं हुआ। किसानों और केंद्र सरकार के बीच अभी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी वाले कानून पर रार बनी हुई है। MSP गारंटी की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के किसानों ने 26 नवंबर को रायपुर में एक बड़ी ट्रैक्टर रैली और सभा की योजना बनाई है।

छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के प्रतिनिधियों ने रविवार को रायपुर के टिकरापारा स्थित गोंडवाना भवन और टाटीबंध गुरुद्वारे में अलग-अलग बैठक की। इस दौरान रैली और सभा की योजना पर चर्चा हुई। योजना की जानकारी देते हुए किसान मजदूर संघर्ष समिति, उदंती, सीतानदी राजापड़ाव क्षेत्र के अध्यक्ष अर्जुन सिंह नायक ने बताया, किसानों की समस्याओं और MSP गारंटी कानून के लिए 26 नवंबर को रायपुर में रैली और सभा होगी। इसके लिए ट्रैक्टर रैली 25 नवंबर को सुबह 10 बजे गरियाबंद के मैनपुर से शुरू होगी।

गरियाबंद, राजिम, अभनपुर होते हुए शाम तक सभी लोग रायपुर पहुंचेंगे। रात को सभी लोगों को टिकरापारा के गोंडवाना भवन में ठहराया जाएगा। सुबह 10 बजे से रैली के साथ सभी लोग बूढ़ा तालाब स्थित धरना स्थल पहुंचेंगे। यहां शाम 4 बजे तक सभा होगी। सभा के बाद राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा। छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य तेजराम विद्रोही ने बताया, अभी सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग मानी है। इससे किसान नुकसान से बच गए। खेती-किसानी को बचाने के लिए सभी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य तय होना जरूरी है। सरकार को यह कानून बनाना होगा कि कहीं भी किसान की फसल समर्थन मूल्य से कम कीमत पर नहीं खरीदी जाएगी। आंदोलन में यह प्रमुख मांग रही है।

सोमवार को प्रशासन से रूट पर चर्चा होगी

प्रशासन ने महासंघ के नेताओं को रैली के रास्ते पर चर्चा के लिए सोमवार को बुलाया है। किसान नेता अपना एक रूट चार्ट बनाकर प्रशासन को देने वाले हैं। किसानों का कहना है, उनका आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण होगा।

गरियाबंद जिले में झोंकी ताकत

किसान मजदूर महासंघ और घटक दलों ने इस रैली के लिए गरियाबंद जिले में पूरी ताकत झोंक दी है। महासंघ गरियाबंद के राजिम में किसान महापंचायत के अनुभवों को इसमें शामिल कर रहा है। उसमें 20 हजार से अधिक की भीड़ जुटी थी। महासंघ की कोशिश कम से कम इतने लोगों को रायपुर में लाने की है। धमतरी, महासमुंद, रायपुर, राजनांदगांव, दुर्ग और बालोद जिलों से लोगों को जुटाया जा रहा है।