ठेकेदार समय पर तैयार नहीं कर रहा रुमगरा-गढ़उपरोडा सड़क , पीएमजीएसवाई के ईई को नोटिस,लोगों को रही असुविधा पर कलेक्टर श्रीमती साहू ने लिया संज्ञान ,निर्देश पर एडीएम ने जारी किया नोटिस

कोरबा । रूमगरा बालको से गढ़-उपरोड़ा तक पीएमजीएसवाई द्वारा तैयार किए जा रहे 33 किलोमीटर सड़क निर्माण में ठेकेदार द्वारा किए जा रहे विलंब का खामियाजा पीएमजीएसवाई के कार्यपालन अभियंता को भुगतना पड़ रहा। लोगों को हो रही असुविधा एवं धीमी प्रगति पर नाराजगी कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की है। कलेक्टर के निर्देश पर एडीएम ने ईई को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

यहां बताना होगा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत रूमगरा बालको से गढ़-उपरोड़ा तक 33 किलोमीटर सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। यह कार्य मेसर्स डीसी कंस्ट्रक्शन को दिया गया है। 22 करोड़ की लागत से स्वीकृत इस सड़क को फरवरी 2022 तक तैयार करना है। लेकिन कोविड काल गुजरने के बाद भी सुचारू रूप से डामर प्लांट स्थापित कर कार्य में प्रगति नहीं लाने से स्थानीय ग्रामीण सहित पर्यटन स्थल सतरेंगा जाने वाले लोगों को असुविधा हो रही है। डामर प्लांट पखवाड़े भर तक ब्रेक डाउन हो गया था। बीच बीच में भी डामर प्लांट प्रभावित हो रहा है। निर्माण कार्य में देरी पर ईई कमलनारायण साहू ने 50 लाख की पेनाल्टी भी लगाई थी। फिर भी कार्य में अपेक्षित प्रगति नहीं आ रही। महज 3 किलोमीटर के हिस्से का ही डामरीकरण हुआ है। सड़क बनाने में देरी से परेशान ग्रामीणों ने अजगरबहार से सतरेंगा मार्ग पर पिछले दिनों आवाजाही भी बंद की थी। इस आशय के समाचार भी स्थानीय समाचार पत्रों में प्रकाशित हुए थे। इस सड़क के बनने में देरी होने से आसपास के गांवो के ग्रामीणों के साथ-साथ सतरेंगा पर्यटन स्थल तक पर्यटकों को भी पहुंचने में परेशानी उठानी पड़ रही है। वर्तमान में अजगरबहार और सतरेंगा पर्यटन स्थल तक जाने के लिए कोई अन्य वैकल्पिक मार्ग भी नहीं है। ऐसी स्थिति में क्षेत्र के ग्रामीणों को भी जिला मुख्यालय तक आने जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और ग्रामीणों के विरोध के कारण कानून व्यवस्था की स्थिति भी निर्मित हो रही है। जिला प्रशासन द्वारा इस संबंध में सड़क बनाने वाली कार्यकारी संस्था पीएमजीएसवाई के कार्यपालन अभियंता को नोटिस जारी कर तीन दिनों में स्पष्टीकरण मांगा गया है।