एसपी की सख्ती, तो अवैध कोल डिपो को किसका संरक्षण, जारी है काम

कोरबा जिले में पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के द्वारा सभी तरह के अवैधानिक और सामाजिक बुराई वाले कामकाज पर सख्ती से रोक लगा दी गई है। थाना व चौकी प्रभारियों द्वारा ऐसे अवैध कार्य करने वालों की धरपकड़ करते हुए जप्ती बनाई जा रही है लेकिन कोयला का अवैध कारोबार करने वाले पर न तो मुखबिर सक्रिय हैं और न ही उसके अड्डे पर दबिश पड़ी है। पिछले दिनों खटपट न्यूज ने ग्राम सोनपुरी में इस कोयला कारोबारी के द्वारा मैदान में इलेक्ट्रानिक तराजू लगाकर कोयला तौलने की खबर उजागर की तो पुलिस की टीम ने ग्राम रेकी में दबिश दी जहां कुछ नहीं मिला। हालांकि रेकी से निरंक लौटी पुलिस के पहुंचने से पहले ही ट्रकों की रवानगी हो चुकी थी, लेकिन सोनपुरी में कोई दबिश नहीं दी गई। इसके कुछ दिन बाद कारोबार ठंडा पड़ा रहा लेकिन अभी फिर से सक्रियता बढ़ गई है। वर्तमान में यह कोयला कारोबारी गांव स्थित अपने डिपो से काम-काज का संचालन कर रहा है जिसकी जानकारी संबंधितों को न हो, ऐसा संभव नहीं। सवाल कायम है कि जब जिले के पुलिस कप्तान की सख्ती है तो फिर अवैध कोल डिपो को किसका संरक्षण मिला हुआ है? बता दें कि पिछले महीनों में कटघोरा थाना क्षेत्र के बगदेवा खदान से लगे क्षेत्र में कोयला चोरी का मामला पकड़ में आया था। इसका वीडियो भी वायरल हुआ और अवैध काम करने वाले का नाम भी उजागर हुआ लेकिन न तो उस मामले में और ना ही वर्तमान जारी मामले में किसी भी तरह की सख्ती और धरपकड़ देखने को नहीं मिल रही है।