6 माह तक नहीं किया लेनदेन ,खाता हुआ निष्क्रिय ,लटकी धान खरीदी के भुगतान की राशि ,15 किसान परेशान ,चिकनीपाली समिति के उपार्जन केंद्र लबेद का मामला,11 लाख 81 हजार 724 रुपए होना है भुगतान ,किसानों ने 656 क्विंटल बेचा था धान

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। खातों में निर्धारित समयावधि के भीतर लेनदेन नहीं कर पाने का खामियाजा किसानों को अब भुगतना पड़ रहा। समर्थन मूल्य पर धान बेचने के एक पखवाड़े के बाद भी चिकनीपाली समिति के लबेद उपार्जन केंद्र के 15 किसानों का भुगतान अटक गया है । पीएफएमएस (पब्लिक फायनेंस मैनेजमेंट सिस्टम ) के जरिए होने वाली ऑनलाइन भुगतान प्रक्रिया में इन किसानों का खाता निर्धारित मियाद (6 माह ) से निष्क्रिय होने पर फ्रिज कर दिया गया है।

यहां बताना होगा कि राज्य शासन जिला सहकारी केंद्रीय बैंक एवं उसके अधीनस्थ पंजीकृत आदिवासी सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से प्रतिवर्ष धान खरीदी का कार्य करती है। समर्थन मूल्य पर की जाने वाली धान खरीदी के भुगतान की पूरी व्यवस्था ऑनलाइन है। सीधे किसानों के बैंक खाते में धान विक्रय उपरांत भुगतान योग्य राशि हस्तांतरित की जाती है। पीएफएमएस (पब्लिक फायनेंस मैनेजमेंट सिस्टम ) के जरिए होने वाली ऑनलाइन भुगतान प्रक्रिया में अगर किसी खाते में लगातार 6 माह तक लेनेदन (ट्रांजेक्शन )नहीं पाया जाता है तो ऐसे खातों को फ्रिज (निष्क्रिय )कर दिया जाता है। ऐसे खातों में जब तक नियमानुसार क्रेडिट (जमा )नहीं किया जाता तब तक डेबिट (आहरण )नहीं किया जा सकता। लेकिन आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले के किसान इन सब बातों से या तो अनजान हैं या फिर उनके द्वारा बैंक प्रबंधन द्वारा दी जाने वाली सलाह को नजरअंदाज किया जा रहा है। जिसका खामियाजा अब किसानों को भुगतना पड़ रहा है। धान विक्रय के बाद भी किसान राशि आहरण नहीं कर पा रहे। एक ऐसा ही मामला जिले के सहकारी बैंक के ब्रांच बरपाली से सामने आया है ।15 किसानों को धान बेचने के पखवाड़े भर बाद भी आज पर्यंत राशि नहीं मिली। मामला चिकनीपाली समिति के अंतर्गत धान उपार्जन केन्द्र लबेद का है। उपार्जन केन्द्र लबेद में 10 दिसंबर 2021 को 15 किसानों ने अपना धान बेचा लेकिन इसकी राशि उन्हें आज तक अप्राप्त है। कुल 656 क्विंटल धान की बिक्री में ऋण विरूद्ध वसूली उपरांत शुद्ध भुगतान की राशि 11 लाख 81 हजार 724 रुपए 58 पैसे का भुगतान होना है। रिकार्ड में भुगतान अशेष है किंतु किसान भुगतान के लिए भटक रहे हैं।अब नियमानुसार इन किसानों के खाते में तभी भुगतान योग्य राशि आएगी जब कम से कम सभी खातेदार किसान अपने खाते में कम से कम 100 रुपए क्रेडिट (जमा )करेंगे। शाखा प्रबंधक द्वारा किसानों को इसकी जानकारी दे दी गई है ।

इन किसानों की राशि अटकी

15 किसानों का खाता फ्रीज हुआ है जिसकी वजह से धान विक्रय उपरांत भुगतान योग्य राशि अटक गई है। इन किसानों में जगदीश प्रसाद, गनपत राम, चम्पा बाई, दुकालूराम, देव सिंह, दानीराम, फूल बाई, देव सिंह, रामरतन, रामनारायण, रोहितलाल पटेल, श्यामलाल, सुुकला बाई, सुखसिंह मंझवार एवं हेमलाल शामिल हैं।

वर्जन

खाता हो गया है फ्रिज ,प्रक्रिया पूरी करते ही आ जाएगी राशि

निर्धारित समयावधि तक खातों में लेनदेन नहीं होने की वजह से संबंधित किसानों का खाता फ्रिज हो गया है।प्रक्रिया अनुसार न्यूनतम 100 रुपए जमा करते ही खाता सुचारू हो जाएगा। हफ्ते दस दिन के भीतर किसानों के खाते में धान खरीदी की भुगतान योग्य राशि का जाएगी। किसानों को इसकी जानकारी दे दी गई है।

मनोज तिवारी ,प्रभारी शाखा प्रबंधक ,जिला सहकारी केंद्रीय बैंक कोरबा