हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। कलेक्टर की फटकार का असर हुआ है । मार्केफेड ने धान के उठाव में तेजी ला दी है। गुरुवार को सभी बड़े उपार्जन केंद्रों में डीएमओ के निर्देश पर राईस मिलरों ने कस्टम मिलिंग के के लिए वाहन लगाया। समय पर धान के उठाव से शार्टेज की स्थिति निर्मित नहीं होगी।

यह बताना होगा कि पूरे प्रदेश में 1 दिसंबर से 31 जनवरी 2022 तक नगद एवं लिंकिंग व्यवस्था के तहत समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जा रही है। जिले के 41 समितियों के 55 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से धान खरीदी का कार्य सतत रूप से जारी है ।इस साल जिले को 15 लाख 54 हजार क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य दिया गया है। 38 हजार 222 पंजीकृत किसानों के माध्यम से यह लक्ष्य पूरा जाएगा। 6 जनवरी तक की स्थिति में जिले के सभी 55 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 9 लाख 9 हजार 726 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है । समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान की कीमत 176 करोड़ 48 लाख 91 हजार 400 रुपए की है। पहली बार उठाव के मामले में जिले में तेजी आई है । जिले में धान खरीदी का आंकड़ा 58 फीसदी पर पहुंच गया है। कुल खरीदे गए धान में से 5 लाख 31 हजार 37 क्विंटल धान का उठाव हो चुका है। उठाव की धीमी प्रगति पर मंगलवार को कलेक्टर श्रीमती रानु साहू ने डीएमओ सुश्री जान्हवी जिल्हारे को उठाव के कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया था। जिसका असर दूसरे दिन ही देखने को मिला।जिले के सभी बड़े धान उपार्जन केंद्रों नवापारा,बेहरचुआं ,बरपाली ,चिकनीपाली,तुमान ,केरवाद्वारी,सोहागपुर, पठियापाली ,सिरमिना ,करतला ,पाली,कोरबी (पोंडी उपरोड़ा),निरधि ,लाफा,उतरदा,जटगा सहित अन्य केंद्रों में उठाव के लिए वाहनों की कतार लग गई। राईस मिलर डीओ जारी करने के बाद भी समय पर उठाव में रुचि नहीं दिखा रहे थे। कलेक्टर श्रीमती साहू ने जिले में उपार्जित धान को प्राथमिकता से उठाव करने का निर्देश दिया है। उन्होंने इस कार्य में कोताही बरतने पर सम्बधितों पर कार्रवाई किए जाने की भी चेतावनी दी है।