जनाक्रोश से सहमा सीएमपीडीआई,कोयला के लिए किए जा रहे सिस्मिक सर्वे पर लगाई रोक, जारी किया आदेश

कोरबा । भूगर्भीय कोयला का पता लगाने के लिए कराए जा रहे सीस्मिक सर्वे (भूकंपन विधि से सर्वेक्षण) पर स्थानीय ग्रामीणों का विरोध आखिरकार रंग लाया। लगातार विरोध से सहमे सीएमपीडीआई आखिरकार ग्रामीणों के विरोध के आगे झुक गया। और सर्वे कार्य पर रोक लगा दी है।इससे क्षेत्र के दर्जनों गांवों के ग्रामीणों में हर्ष व्याप्त है।

सीएमपीडीआई द्वारा विभिन्न निजी एजेंसियों के माध्यम से किए जा रहे भूकंपीय सर्वेक्षण के सम्बंध में आदेश जारी किया है। इसकी प्रति कोरबा वनमण्डलाधिकारी को भी दी गई है। कोरबा जिले में चल रहे भूकम्पन विधि से हो रहे सर्वेक्षण पर रोक लगाया है। आदेश में मांड-रायगढ़ कोयला क्षेत्र के तौलीपाली, करतला और राजाहीह कोयला ब्लॉक में कार्यरत निजी एजेंसियों को चचिया, कटकोना, कोलगा, तौलीपाली, कोडवारी और बरपाली गांवों में सर्वेक्षण संबंधी गतिविधियां बन्द कर तत्काल प्रभाव से सभी भूकंपीय सर्वेक्षण संबंधी उपकरणों को लाने के निर्देश दिए गए हैं। सीएमपीडीआई की सभी संबंधित निजी एजेंसियों को निर्देश दिया गया है कि राज्य प्रशासन के अगले आदेश तक 2डी/3डी भूकंपीय गतिविधियों को तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया गया है।उल्लेखनीय है सशस्त्र सुरक्षाबल के बल के दम पर मनमानीपूर्वक किए जा रहे इस सर्वे का व्यापक विरोध हो रहा था। पांचवी अनुसूची में आने के बाद भी पेशा एक्ट का उल्लंघन कर बिना ग्राम सभा की अनुमति किए जा रहे सर्वे कार्य पर 11 जनवरी तक रोक नहीं लगाए जाने पर 12 जनवरी से चचिया में कोविड नियमों का पालन करते हुए अनिश्चितकालीन चक्काजाम की चेतावनी दी थी। इसके पूर्व ही सम्बंधित कंपनी ने सर्वे कार्य पर रोक लगा दिया है।