हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। पश्चिमी विक्षोभ की वजह से बने चक्रवात के कारण जहां जिले में शुक्रवार की शाम झमाझम बारिश हुई, वहीं जिले में इसके पहले ही सुरक्षित धान ला चुके 966 किसानों ने 46 हजार 923 क्विंटल धान बेच डाला। बेमौसम बारिश ने किन-किन उपार्जन केंद्रों में रखे हुए धान को नुकसान पहुंचाया है इसका फिलहाल अंदाजा नहीं चल सका है शनिवार को ही इसकी स्थिति स्पष्ट होगी।
यह बताना होगा कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से प्रदेश में बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त गर्म हवाओं का आगमन निरंतर जारी है। एक द्रोणिका दक्षिण अंदरूनी कर्नाटक से उत्तर अंदरूनी उड़ीसा तक स्थित है। जिसकी वजह से प्रदेश में हल्की से भारी वर्षा हो रही है शनिवार को भी यह सिलसिला बना रहेगा। इस बीच शुक्रवार को खराब मौसम के बीच अनोखी जानकारी सामने आई जिला सहकारी केंद्रीय बैंक द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार देश देश किसानों ने शुक्रवार को बारिश होने से पहले ही एक ही दिन में 46 हजार क्विंटल धान बेच डाला है। जिले को इस साल समर्थन मूल्य पर 15 लाख 54 हजार क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य दिया गया है। 38 हजार पंजीकृत किसानों के माध्यम से 41 समितियों के 55 उपार्जन केंद्रों में यह खरीदी की जानी है। अब तक जिले में 23 हजार 350 किसानों ने 11 लाख 19 हजार 50 क्विंटल धान की बिक्री की है। किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान की कीमत 217 करोड़ ,12 लाख 16 हजार 640 की है। निश्चित रूप से यही रफ्तार रही तो धान खरीदी अभियान समाप्त होने के कुछ दिन पहले ही कोरबा तय लक्ष्य पार कर लेगा।