कोरबा परिवहन कार्यालय में पदस्थ रिश्वतखोर लिपिक निलंबित, 13 जनवरी को रिश्वत लेते हुए फ़ोटो हुआ था वायरल

कोरबा। परिवहन आयुक्त दीपांशु काबरा द्वारा कोरबा जिले के परिवहन विभाग के कार्यालय में पदस्थ लिपिक सदानंद जांगड़े को शासकीय कार्य के ऐवज में रिश्वत लेकर परिवहन विभाग की छवि धूमिल करने के कारण निलंबित कर दिया है। उनके विरुद्ध यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 का उल्लंघन किए जाने के कारण की गई है । उन्हें परिवहन विभाग आयुक्त कार्यालय इंद्रावती भवन नया रायपुर मे संबद्ध किया गया है ।

परिवहन विभाग के कार्यालय में जमकर हो रहे भ्रष्टाचार एवं यहां पदस्थ लिपिक सदानंद जांगड़े के द्वारा खुलेआम रिश्वत लेने की तस्वीरें 13 जनवरी को वायरल हुई थी , जिसमें यह साफ नजर आ रहा था कि कोरबा परिवहन कार्यालय में पदस्थ लिपिक सदानंद जांगड़े नामक लिपिक कार्यालय में हर कार्य एवं हर फाइल के लिए खुलेआम वसूली करता था।लिपिक सदानंद जांगड़े की रिश्वत लेते हुए तस्वीरें सामने आने के कुछ दिनों बाद इससे जुड़ा वीडियो भी प्रकाश में आया था जिसे देखने के बाद यह समझ में आया कि आरटीओ ऑफिस के इन बाबू के लिए विभाग का कार्यालय, कार्यालय ना होकर किसी कॉलेज के बॉयज हॉस्टल की तरह था जिसमें उसके द्वारा ना केवल खुलेआम घूसखोरी बल्कि अपशब्दों का प्रयोग आपत्तिजनक मांगे आदि कई तरह के कृत्यो को अंजाम दिया जाता था । कार्यालय में इस तरह का खुलेआम व्यवहार समझ से परे था । परिवहन कार्यालय कोरबा में यहां के कर्मचारियों का आरटीओ एजेंट से मिलीभगत की खबरें आए दिन सामने आती रहती है । अगर नियम से आप कोई काम करवाना चाहेंगे तो आपको इस कार्यालय के अनेक चक्कर लगाने पड़ सकते हैं लेकिन अगर आपने दक्षिणा दे दी तो 24 घण्टे के भीतर आपका काम बन जाएगा ।आपको बता दें कि आरटीओ ऑफिस के लिपिक सदानंद जांगड़े के खिलाफ लंबे समय से घूसखोरी की शिकायतें मिल रही थी । अब लिपिक के निलंबन से लोगों ने काफी राहत महसूस की है ।