रायगढ़ । एसईसीएल के सीएमडी प्रेम सागर मिश्रा ने रायगढ़ क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कोयला खदान निरीक्षण करते हुए उत्पादन और डिस्पैच की जानकारी ली।सीएमडी ने विभागाध्यक्षों एवं उपक्षेत्रीय प्रबंधकों के साथ बैठक भी। इसके पूर्व सीएमडी श्री मिश्रा ने कोरबा जिले में स्थित मेगा प्रोजेक्टस का दौरा किया था।
रायगढ़ क्षेत्र में अकूत कोयला भंडार है तथा मंड-रायगढ़ कोलफ़ील्ड्स भविष्य में एसईसीएल के 250 मिलियन टन की कार्ययोजना का महत्वपूर्ण स्तम्भ है। इस क्षेत्र से कोयला डिस्पैच के लिए रेल कोरिडोर की परियोजनाएँ भी विकसित की जा रही हैं।रायगढ़ एरिया वर्तमान में 50 हज़ार टन से अधिक का दैनिक उत्पादन कर रहा है तथा आने वाले दिनों में इसमें और बढ़ोतरी की आशा है। ग़त वर्ष इस क्षेत्र से उत्पादन लगभग 13 मिलियन टन का रहा था।सीएमडी ने छाल, बरौद एवं गारे-पेल्मा 4/2-3 प्रोजेक्ट का दौरा किया व वहाँ उत्पादन एवं इन्फ़्रस्ट्रक्चर सम्बन्धी गतिविधियों की समीक्षा की।
उन्होंने विभागाध्यक्ष, सर एरिया मैनेजर व माईन मैनेजर से गतिविधियों पर सीधी चर्चा की। क्षेत्र के कामगार सीएमडी को अपने बीच पाकर उत्साहित रहे ।प्रेम सागर मिश्रा को 28 जनवरी को एसईसीएल की कमान सौंपी गई है। पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए खदानों का दौरा और कामकाज की समीक्षा बैठकें शुरू की।
यहां बताना होगा कि एसईसीएल के समक्ष चालू वित्तीय वर्ष में 170 मिलियिन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य है। एसईसीएल ने 100 मिलियन टन से ज्यादा का उत्पादन आंकड़ा पार कर लिया है। इसी तरह 196 मिलियन टन कोल डिस्पैच का टारगेट है।