रायगढ़। छत्तीसगढ़ में सरकारी दफ्तरों के टाइम टेबल में बदलाव का साइड इफेक्ट दिखने लगा है। मुख्यमंत्री की 5 डेज वीक की घोषणा के बाद खुशी मना रहे कर्मचारी-अफसर अब विरोध में उतर आए हैं। रायगढ़ में गुरुवार को कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया और कहा कि नया समय उन्हें मंजूर नहीं है। फिर से पुराना सिस्टम लागू हो। वहीं समय पर नहीं मिलने वाले 42 अफसर-कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए हैं।
दरअसल, सरकारी दफ्तर के समय को सुबह 10.30 बजे की जगह 10 बजे का कर दिया गया है, लेकिन अफसर और कर्मचारी अब भी पुराने समय पर ही पहुंच रहे हैं। इस पर कलेक्टर भीम सिंह के निर्देश पर ADM आर.ए.कुरुवंशी ने कार्यालयों का निरीक्षण करने निकल पड़े। खाद्य, खनिज, अल्प बचत, भू अभिलेख, कोषालय, राजस्व स्थापना, नजूल व आवक-जावक शाखा, भू-अर्जन, आबकारी, सहकारिता, आदिवासी विकास सहित तमाम कार्यालय खाली मिले।नोटिस जारी करने के साथ एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए हैं।
फिर नोटिस के साथ शुरू हुई कार्रवाई
निरीक्षण में निर्वाचन शाखा के 1, उप पंजीयक सहकारी संस्थाओं से 17, खाद्य शाखा से 6, आबकारी से 3, सहायक श्रमायुक्त से 10 आदिवासी विकास से 4 और जिला कोषालय से 1 सहित 42 अधिकारी-कर्मचारी गायब थे। सभी को नोटिस जारी करने के साथ एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए हैं। खास बात यह रही कि राजस्व स्थापना, वित्त, स्टेनो, भू-अर्जन और आवक-जावक से जुड़ी शाखाओं में समय पर शत-प्रतिशत उपस्थिति मिली।
तख्ती लेकर निकले कर्मचारी, बोले- पहले वाला समय चाहिए
नए समय को लेकर विरोध भी शुरू हो गया है। कर्मचारी संघ ने तख्ती लेकर सांकेतिक प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने कहा सरकार की नई कार्य अवधि से नाराजगी है। कहा यह आदेश व्यवहारिक नहीं है। सबसे ज्यादा दिक्कत महिला कर्मचारियों को है। उनके पास परिवार और दफ्तर की दोहरी जिम्मेदारी होती है। सरकार समय 10.30 से शाम 6 बजे का करे। नहीं तो फिर 5 वीक का आदेश भी वापस ले ले, वह भी नहीं चाहिए।