मृतका के पति ने लगाया आरोप, पुलिस प्रशासन से की शिकायत ,एफआईआर दर्ज कर शीघ्र गिरफ्तारी नहीं करने पर डेड बॉडी सड़क पर रख प्रदर्शन की दी चेतावनी
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । कोसाबाड़ी में संचालित गीता देवी मेमोरियल हॉस्पीटल पर राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पहाड़ी कोरवा महिला का गलत उपचार कर जान ले देने का गम्भीर आरोप लगा है ।मृतका के पति पहाड़ी कोरवा ने अस्पताल प्रबंधन के जिम्मेदार चिकित्सकों पर उचित कार्रवाई किए जाने एसपी एवं कलेक्टर को शिकायत पत्र सौंपा है ।
कोरबा ब्लॉक के ग्राम सतरेंगा निवासी पहाड़ी कोरवा सुख सिंह ने कलेक्टर को सौंपे शिकायत पत्र के माध्यम से बताया है कि उनकी पत्नी सोनी बाई कोरवा 50 वर्ष के हाथ का फ्रैक्चर हो गया था । जिसे उनके बच्चे 9 फरवरी 2022 को ईलाज कराने जिला अस्पताल लेकर गए थे । जिला अस्पताल के कैम्पस में शुभम नाम के व्यक्ति ने जिला अस्पताल में ईलाज ना कराते हुए गीता देवी मेंमोरियल में ईलाज कराने की बात कही । जिस पर गीता देवी मेमोरियल हास्पिटल के एच.आर स्वपनिल झॉ एवं उनके साथी जिला अस्पताल आ गए ,एवं उनकी पत्नी को 9 फरवरी की रात 2 बजे अपने हास्पिटल में एडमिट करा दिए। पहाड़ी कोरवा के अनुसार उनकी पत्नी सोनी बाई का केवल हाथ फैक्चर था, और वह पूरी तरह से स्वस्थ थी। एडमिट करने के बाद अस्पताल प्रशासन व डॉक्टरो के द्वारा ऑपरेशन के नाम पर उनकी पत्नी को 3 दिन तक भूखा रखा गया, एवं कई दवाईयो का प्रयोग किया गया, साथ में हड्डी के डॉक्टर भी अस्पताल में मौजूद नहीं थे जिससे ईलाज में देरी हुई। शिकायतकर्ता के अनुसार चिकित्सकों द्वारा दी हुई दवाईयों एवं लापरवाहियों के कारण उनकी पत्नी सोनी बाई कोरवा की 12 फरवरी की रात्रि लगभग 1:15 बजे मृत्यु हो जाने की खबर अस्पताल प्रबंधन के द्वारा परिजनों को दी गई।
जिला अस्पताल में दलाल हैं सक्रिय ,एफआईआर दर्ज कर दोषी चिकित्सकों को गिरफ्तार करें अन्यथा डेड बॉडी लेकर करेंगे प्रदर्शन
शिकायतकर्ता पहाड़ी कोरवा के अनुसार जिला अस्पताल में दलाल सक्रिय
हैं। एवं निजी अस्पताला से सांठ-गांठ है जिससे पी.एम रिपोर्ट सही आने की गुंजाइश कम है। इसलिए बाहर के डॉक्टरो से पोस्टमार्टम कराने की गुहार लगाई है।
पहाड़ी कोरवा सुख सिंह ने कहा है कि वे अपनी पत्नी की मृत्यु के लिए न्याय चाहते हैं। बकौल सुख सिंह हास्पिटल प्रबंधन के द्वारा हमें कई प्रकार का लालच दिया गया कि हमारी शिकायत मत कीजिए लेकिन मैं इंसाफ चाहता हूं तत्काल एफ.आई.आर दर्ज करते हुये स्वपनिल झॉ, डॉ बृजलाल कवची, डॉ संध्या कश्यप, एवं पूरे हास्पिटल प्रबधन पर कार्यवाही करें। अगर आपके द्वारा एफ.आई. आर दर्ज कर तत्काल कार्रवाई नहीं की जाती है तो अस्पताल के मेन रोड में परिवार सहित मृत शरीर को लेकर रोड़ में बैठने पर बाध्य होना पडेगा।