नई दिल्ली । सफर में गरमा गरम और स्वादिष्ट खाना खाने के लिये अक्सर लोग ऊंची कीमत देने के लिये तैयार रहते हैं, हालांकि अक्सर होता ये है कि कीमत चुकाने के बाद भी खाना ऐसा मिलता है जो स्वाद से लेकर स्वास्थ्य तक किसी भी लिहाज से खरा नहीं उतरता। लोगों की तरफ से खाने को लेकर लगातार मिलती शिकायतों के साथ साथ खाने पीने की बिक्री की रेवेन्यू बढ़ाने में अहम हिस्सेदारी को देखते हुए भारतीय रेलवे और आईआरसीटीसी जल्द ही ऐसी योजना लेकर आने वाली है जो न केवल आपकी खाने से जुड़ी सारी शिकायतें दूर करेगा।साथ ही आपके सफर और यादगार बनाने में अहम योगदान भी देगा।
सीएनबीसी की एक खबर के अनुसार ट्रेन में खाने की खास तौर पर निगरानी शुरु की जायेगी जो खाने को तैयार करने से लेकर उसे परोसने तक की सारी प्रक्रियाओं पर नजर रखेगी, जिससे स्वाद से लेकर स्वास्थ्य तक की सभी शिकायतों को दूर किया जा सके। दिसंबर तिमाही के नतीजों के मुताबिक आईआरसीटीसी की कुल आय में कैटरिंग से आय का हिस्सा 20 प्रतिशत से ज्यादा है।
आईआरसीटीसी उठाएगी 3 अहम कदम
रेल यात्रियों का बेहतर खाने की सुविधा देने के लिये आईआरसीटीसी 3 अहम कदम उठाने जा रही है। सीएनबीसी ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इन तीन कदमों में खाना पकाने से लेकर परोसने तक की निगरानी से लेकर यात्रियों की राय लेना शामिल है। खबर के मुताबिक पहले कदम के रूप में आईआरसीटीसी के बेस किचन में फूड सेफ्टी सुपरवाइजर की नियुक्ति की जायेगी जो यह सुनिश्चित करेगा कि यात्रियों को जो भी खाना मिले वो सुरक्षित और स्वास्थ्य के अनुकूल हो।इसके साथ ही खाने मे इस्तेमाल होने वाली खाद्य सामग्री की समय समय पर जांच की जायेगी। जिससे यात्रियों को शुद्ध और ताजी सामग्री ही खाने को मिले। इसके साथ ही एक थर्ड पार्टी यात्रियों से खाने पीने का अनुभव और सलाह लेगी। जिसकी मदद से सेवाओं को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी
ट्रेन में फिर से मिलेगा खाना
आईआरसीटीसी की नई कवायद इसलिये भी अहम है क्योंकि ट्रेन में खाना एक बार फिर से मिलना शुरू हो गया है। कोविड की वजह से ट्रेनों में खाने का विकल्प खत्म कर दिया गया था। इस बात की संभावना है कि कोविड की वजह से लोग अभी ट्रेनों में खाने के विकल्प को लेकर ज्यादा उत्साहित न हों इसे देखते हुए आईआरसीटीसी खाने के मामले में खुद को बेहतर और सुरक्षित सर्विस प्रोवाइडर साबित करने की कोशिश में हैं। जिससे जल्द से जल्द ट्रेनों में खाने के चलन को बढ़ावा मिले और आईआरसीटीसी को बुकिंग के अलावा रेवेन्यू का एक और विकल्प मिले।
आईआरसीटीसी का प्रॉफिट दोगुना से ज्यादा बढ़ा
दिसंबर तिमाही में आईआरसीटीसी का प्रॉफिट 166 प्रतिशत बढ़कर 208 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी की ऑपरेशंस से आय 141 प्रतिशत बढ़कर 540 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। केटरिंग सर्विसेज से रेवेन्यू 117 फीसदी बढ़कर 104 करोड़ रुपये रहा, जबकि बीते साल इस सर्विस से 48 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हुआ था। दिसंबर तिमाही में इंटरनेट टिकटिंग बिजनेस से उसका रेवेन्यू दोगुने से ज्यादा हो गया, जो 118 फीसदी बढ़कर 312 करोड़ रुपये हो गया, जबकि बीते साल समान तिमाही में यह 143 करोड़ रुपये रहा था।