बालगृह से भाग नहर में कूदे युवक का 5 दिन बाद मिला शव :सीएसईबी के सायफन में फंसा हुआ मिला,पुलिस ने गोताखोरों की मदद से निकाला शव ,घटना के जिम्मेदार स्रोत एनजीओ पर होने वाली कार्रवाई पर टिकी निगाहें

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । बाल गृह कोरबा से भागकर अपने मित्र के साथ कोहड़िया के समीप नहर में कूदे युवक की लाश 5 दिन बाद बरामद हो गई है। युवक का शव विद्युत उत्पादन कंपनी संयंत्र के सायफन में फंसा हुआ मिला ।पुलिस ने गोताखोरों के जरिए शव सायफन से बाहर निकाला। युवक के शव की बरामदगी के बाद लोगों में आक्रोश व्याप्त है। सभी की निगाहें प्रशासन की घटनाक्रम के जिम्मेदारों एनजीओ की कार्रवाई पर टिकी है।

यहां बताना होगा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के अधीन स्रोत (सोशल रिवाइवल ग्रुप ऑफ अर्बन रूरल एंड ट्राईबल ) के द्वारा दर्री थाना अंतर्गत दर्री में बाल गृह का संचालन किया जा रहा है। यहां देख रेख और संरक्षण के जरूरतमंद बालकों को रखा जाता है। ऐसे बच्चे रहते हैं जिनके मां-बाप पालन पोषण नहीं कर सकते। यहां करीब ऐसे ही 28 बच्चे रहते हैंं। इस बीच शनिवार सुबह बाल गृह प्रशासन में तब हड़कंप मच गया। जब उन्हें पता चला कि बाल गृह से 2 बच्चे गायब हैं। एक बच्चा 5वीं क्लास में पढ़ता है तो दूसरा 7वीं में पढ़ता था। बच्चों की उम्र 12 और 14 साल है। दोनों सुबह 7 बजे से गायब थे। इसकी खबर बाल गृह प्रशासन ने दर्री पुलिस को दिया। दोपहर 12 बजे के आस-पास की दोनों बच्चे भागकर बालको क्षेत्र के शिवनगर रुमगरा के पास बहने वाले नहर में नहाने के लिए पहुंच गए। दोनों नहाने के लिए जिस जगह पर कूदे वह जगह काफी गहरी थी, दोनों को इस बात का अंदाजा ही नहीं था। इसके बाद 7वीं में पढ़ने वाला बच्चा वहीं डूब गया जबकि 5वीं क्लास में पढ़ने वाले बच्चे ने तैरकर किसी तरह अपनी जान बचाई थी। पुलिस को मौके से बच्चे का कपड़ा मिला था।जिस बच्चे ने अपनी जान बचाई, वह नहर के पास से भागता हुआ सीधा बाल गृह पहुंच गया और पूरी जानकारी प्रबंधन को दी थी। दोपहर करीब 2 बजे प्रबंधन ने इसकी जानकारी पुलिस को दी थी जिसके बाद बच्चे की तलाश शुरू कर दी गई थी।आखिरकार घटना के 5 दिन बाद युवक का शव विद्युत उत्पादन कंपनी संयंत्र के सायफन में फंसा हुआ मिला । नहाते वक्त एक युवक को शव दिखा था जिसकी सूचना के आधार पर पुलिस ने गोताखोरों के जरिए शव को सायफन से बाहर निकाला।

प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी निगाहें

युवक के शव की बरामदगी के बाद लोगों में आक्रोश व्याप्त है। सभी की निगाहें प्रशासन की घटनाक्रम के जिम्मेदारों एनजीओ की कार्रवाई पर टिकी है। गौरतलब हो घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन एक्शन में आ गया था। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने बाल गृह संचालन में लापरवाही के कारण बालक के बाल गृह से निकलकर नहर में डूबने का के मामले में अधीक्षक को हटाने के निर्देश दिए थे ।वहीं कलेक्टर रानू साहू ने जांच दल गठित कर संबंधित एनजीओ के जिम्मेदारों पर भी करवाई के निर्देश दिए हैं। समिति को 2 दिन में जांच रिपोर्ट पेश करना था। जांच दल में अपर कलेक्टर सुनील नायक, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग एमडी नायक एवं नगर पुलिस अधीक्षक दर्री सुश्री लितेश सिंह शामिल हैं। बताया जा रहा है बयान कलमबद्ध कर जांच रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। जल्द ही इस प्रकरण में कड़ी कार्रवाई होगी।