कोरबा। शिक्षा विभाग को झांसा देकर कूटरचित अनुसूचित जाति से होने का प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर नौकरी कर रही लीला साहू नामक वर्ग 1 की शिक्षिका की पोल सुन आप भी हैरान हो जाएंगे। दरअसल लीला साहू पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखती हैं, किंतु शासकीय नौकरी के लालच में इन्होंने कूट रचना करते हुए अनुसूचित जाति का होने की फर्जी प्रमाण पत्र पेश कर कई वर्षों से शिक्षा विभाग को अंधेरे में रख नौकरी कर रही है।शिकायत को तत्काल संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने 4 सदस्यीय जांच दल गठित कर दी है। जांच दल उपरोक्त शिकायत की जांच-परीक्षण कर सात दिन के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
जांच दल में जिला शिक्षा अधिकारी जी.पी. भारद्वाज, तहसीलदार पोंड़ीउपरोड़ा के.के.लहरे, प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोरबी-धतूरा बी.एस. पैंकरा, एवं प्राचार्य शासकीय हाईस्कूल स्याहीमुड़ी श्रीमती फरहाना अली शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि कोरबा के राज लहरे के द्वारा शिकायत किया गया है कि श्रीमती लीला साहू पिछड़ा वर्ग के अन्तर्गत आती है। जो कि विकासखंड पाली में शिक्षा विभाग के अंतर्गत शिक्षाकर्मी वर्ग एक के पद पर अनुसूचित जाति के फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रही है। मामले की शिकायत आने पर कलेक्टर श्रीमती साहू ने उक्त शिकायत की जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिये हैं। इसी तारतम्य में पूरे प्रकरण की जांच के लिए जांच समिति गठित की गई है।