मैं भी गांव के बेटी हों जानथों गांव के समस्या ,आपमन ल दफ्तर मनके अब नई काटे ल पड़ही चक्कर ,सब मिलके करबो सपना साकार ,सरकार आए हे तुंहर द्वार -रानु साहू कलेक्टर ने छत्तीसगढ़ी में किया संबोधन ,बजी तालियों की गड़गड़ाहट, जीता दिल

कोरबा। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू छत्तीसगढ़ की बेटी हैं और उनका छत्तीसगढ़ी अंदाज प्रशासनिक कामकाज में भी समय-समय पर देखने को मिलता है। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ की जनता का अपनी बेटी के साथ विशेष लगाव देखने को मिलता है वह भी लोगों की समस्याओं मांगो को बेहतर ढंग से समझती हैं और उसका संजीदगी से त्वरित निराकरण की दिशा में प्रयास करती हैं आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले के पहाड़ी पहाड़ी कोरवा बाहुल्य क्षेत्र अजगरबहार में सरकार तुंहर द्वार कार्यक्रम के तहत आयोजित पहले समाधान शिविर में भी कलेक्टर रानू साहू की छत्तीसगढ़ी में संबोधन ने आदिवासी ग्रामीणों का दिल जीत लिया। कलेक्टर ने कुछ इस अंदाज में अपना उद्बोधन दिया ।

समाधान शिविर में आए क्षेत्र के जम्मो ग्रामीण भाई-बहन दीदी दाई ,मीडिया के भाई बंधु मन ल जय जोहार । आप मन के समस्या के समाधान करना ही शिविर के उद्देश्य हावे। ये शिविर म ले आपपन के पेंशन, राशन कार्ड ,कोर्ट के प्रकरण, फौती ,नामांतरण सहित अन्य योजना से संबंधित प्रमाणपत्र ल धर के घर लेके जाना है ये शिविर के उद्देश्य ही सबसे अलग हावे ,यहाँ हमन समस्या के आवेदन लेहे बर नहीं बल्कि समाधान करे बर आए हन। शिविर शुरू होए के 10 दिन पहले ही आप मन के समस्या ला घर-घर जाकर कर्मचारी अधिकारी मन चिन्हांकित कर डाले रहिन ,जेकर निराकरण आज यहां करके आपमन ल लाभान्वित करत हावन । यहां ऐसे ऐसे कोर्ट कचहरी ,कलेक्टर आफिस म आपमन सालों से आपमन कोई प्रकरण म चक्कर काटत हावा ओकरो निराकरण करे बर अधिकारी कर्मचारी बैठे हावें । जइसन पढ़ई तुंहर कार्यक्रम शुरू होए रहिस ओई तर्ज म हमर परदेश के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी हर सरकार तुंहर द्वार योजना शुरू करे हावे,ताकि आपमन ल अलग अलग विभाग के काम बर दफ्तर दफ्तर के चक्कर मत काटे ल पड़े। आपमन के समस्या ल पूछे खुद हमन आपमन के घर घर गए हन । ओकर निराकरण करबो । जईसे अधिक बिजली बिल के आवेदन आए हावे ओकर निराकरण बिजली विभाग के यहां उपस्थित अधिकारी मन करहिं। महूं गांव के बेटी ओं ,गांव म का समस्या रहथे ओला जानथंव। पेंशन ,राशन कार्ड ,मजदूरी भुगतान के समस्या ज्यादा रथे ओकर अलावा बिजली ,पानी ,जाति प्रमाण पत्र आदि के समस्या रथे। जम्मो विभाग के अधिकारी मन ईहां आपमन के सेवा म आए हावें। यहां आपमन देखहू कि केतका झन किसान जॉब कार्ड ,वनाधिकार पट्टा ,ड्राइविंग लाइसेंस देवत हन। हमर आरटीओ साहब ड्राइविंग लाइसेंस के प्रक्रिया बर आपमन ल शहर आए के चक्कर काटे के दूर कर दिहिं यहीं पर ड्राइविंग लाइसेंस बनाके देवत हावें ,ये ड्राइविंग लाइसेंस न केवल गाड़ी चलाए के परमिशन देथे बल्कि विभिन्न सरकारी नौकरी व अन्य मौका म दस्तावेज के रूप म काम आहि। यहाँ डॉक्टर साहब मन बतात हावें 9 मरीज ऑपरेशन बर चिन्हांकित होए है। आपमन तनिक भी चिंता झन करव हमन केवल यहां चिन्हांकन बर नई आए हन वो सब मरीज के ऑपरेशन शासन प्रशासन कराहि। शासन के योजना के अलावा जरूरत पड़हि त सीएसआर व अन्य मद ले ऑपरेशन कराके नवजीवन प्रदान करबो। आज ही ये शिविर खत्म हो जाहि अइसन नई है ये शिविर चलत रही ,तेज धूप म आपमन ल शहर आए बर परेशानी उठाए ल नई पड़े। बस जरूरत हावे त केवल आपमन ल अपन समस्या ल खुल के बताए के और योजना के लाभ उठाए के। शिविर म सिर्फ आना नहीं है शिविर ले लाभ लेके जाना है। अब जब भी सर्वे के टीम आपमन के द्वार आहि त अपन समस्या मांग ल जरूर बताहू ताकि ओकर अइसन ही निराकरण कर सकी।