नई दिल्ली । सोमवार को दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में पद्मश्री पुरस्कार का आयोजन किया गया जहां 64 हस्तियों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया । इस दौरान CDS जनरल बिपिन रावत को मरणोपरांत पद्म विभूषण, और कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को पद्म विभूषण अवार्ड से से सम्मानित किया गया। इसी सूची में एक ऐसा नाम भी था जिसे देखकर लोग हैरान हो गए। वो नाम थे वाराणसी यानि काशी के शिवानंद बाबा का जिन्हे सरकार पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया है।
शिवानंद बाबा की उम्र 126 साल है लेकिन इस उम्र में भी वो बिल्कुल फिट हैं, पूरी तरह स्वस्थ हैं उन्हें कोई रोग नहीं है। शिवानंद बाबा के आधार कार्ड और पासपोर्ट पर उनकी जन्मतिथि 8 अगस्त 1896 दर्ज है। इस हिसाब से वो दुनिया के सबसे बुजुर्ग इंसान हैं। लेकिन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जापान के चित्तेसु वतनबे के नाम यह रिकॉर्ड अभी दर्ज है। आज जब उन्हें पुरस्कार दिया गया तब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने जमीन पर बैठकर उन्हें प्रणाम किया। ऐसा करता देख पीएम ने भी उन्हें झुककर प्रणाम किया। इसके बाद राष्ट्रपति के सामने भी उन्होंने ऐसा ही किया जिसके बाद राष्ट्रपति ने आके उन्हें उठाया और पुरस्कार से सम्मानित किया।
तड़के योग ,खाते हैं उबला हुआ खाना रोज
शिवानंद बाबा सिर्फ उबला हुआ खाना खाते हैं। वो हर दिन सुबह 3 बजे उठकर योग करते हैं। उसके बाद ध्यान साधना से अपने दिन की शुरुआत करते हैं। शिवानंद बाबा ने बताया कि वो फल और दूध का सेवन नहीं करते, बल्कि सिर्फ उबला हुआ भोजन करते है। वो भी कम नमक वाला खाना खाते हैं। इस वजह से वो 126 साल की उम्र में भी पूरी तरह से स्वस्थ हैं।