नाबालिग बेटी को छेड़ने पर पिता का ख़ौला खून ,साले के साथ मिलकर ख़ौफनाक अंदाज में उतारा मौत के घाट ,सिर ,धड़ ,पैर किए अलग ,आरोपी गिरफ्तार

मध्यप्रदेश । नर्मदा नगर में नाबालिग बेटी को छेड़ा तो पिता का खून खौल गया। उसने अपने साले के साथ मिलकर आरोपी के तीन टुकड़े कर दिए। शव को न्यूड हालत में अजनाल नदी में फेंक दिया। सिर, धड़ और घुटने के नीचे के दोनों पैर रविवार को नदी में मिले। उन्होंने नदी के पास ही मंदिर के सामने शव को काटा था। पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया है।

मृतक उनका रिश्तेदार ही था। नर्मदा नगर थाना क्षेत्र के सक्तापुर गांव का नरेंद्र रविवार सुबह अजनाल नदी में नहाने के लिए पहुंचा। उसे नदी के घाट पर शिव मंदिर के सामने खून फैला दिखा। उसके बाद नदी में सिर, धड़ और पैर को अलग-अलग देखा तो घबरा गया। वह दौड़कर गांव आया और सरपंच शिवराज सिंह को सूचना दी। सरपंच ने पुलिस को सूचित कर दिया। SP विवेक सिंह पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पहुंचे। गोताखोरों की मदद से सिर, धड़ और पैर को नदी से बाहर निकलवाए। फॉरेंसिक डिपार्टमेंट के अधिकारी डॉ. विकास मुजाल्दा ने बताया कि शव को कुल्हाड़ी और हंसिए जैसे हथियार से काटा गया है। सोशल मीडिया पर सिर का फोटो डाला तो हुई पहचान मृतक की पहचान नहीं हो पा रही थी। जब सिर का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किया, तब उसकी पहचान बोडानी गांव निवासी त्रिलोकचंद(55) पुत्र मंगतू के रूप में हुई। त्रिलोकचंद के मां-बाप सक्तापुर में ही रहते हैं। जबकि, त्रिलोकचंद और उसके चचेरे भाई रामचंद्र का घर सक्तापुर से 16 किलोमीटर दूर बोडानी गांव में है। रामचंद्र ने बताया कि शनिवार रात 9 बजे उसने त्रिलोक को खाना खिलाया था। इसके बाद वह घर से निकला गया था। त्रिलोकचंद के पिता पूर्व सरपंच हैं। आरोपी छन्नू और उसका साला उमेश पुलिस हिरासत में हैं।

12 साल पहले छोड़ चुकी है पत्नी

त्रिलोकचंद की हरकतों से परेशान होकर उसकी पत्नी 12 साल पहले छोड़कर चली गई थी। इसके बाद त्रिलोकचंद ने अपने मामा ससुर के पोते छन्नू को मकान बनाने के लिए सक्तापुर में जमीन दी थी। छन्नू की 14 साल की एक बेटी पर त्रिलोकचंद की नीयत खराब हो गई। वह उसके साथ अकसर छेड़छाड़ करता था। पहले भी दो बार छेड़छाड़ करने के मामले में छन्नू ने उसे समझाया था, लेकिन वह नहीं माना। इस बात पर उनका विवाद भी हुआ था। शनिवार रात को वह फिर गांव में आ गया और उसने छन्नू की बेटी से छेड़छाड़ कर दी। इससे उसका खून खौल गया और त्रिलोक को ठिकाने लगाने की ठान ली। इसमें उसने अपने साले उमेश की मदद ली। पुलिस के मुताबिक छन्नू और उमेश ही त्रिलोकचंद को बाइक पर बैठाकर नदी के पास ले गए थे। वहां मछली काटने के हथियार से उसका सिर और पैर काट दिए। शव को नदी में ठिकाने लगा दिया।

हत्याकांड में अन्य की भूमिका की भी जांच

छन्नू और उमेश समेत चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। चारों से पूछताछ की जा रही है। पहले तो वे आनाकानी करते रहे। बयानों में भी अंतर पाया गया। बताया जा रहा है कि आरोपी छन्नू और उसके साले ने जुर्म कबूल लिया है, लेकिन हत्याकांड में अन्य की भूमिका की भी जांच की जा रही है। SDOP राकेश पेंड्रो ने बताया कि आरोपी की बेटी को त्रिलोकचंद परेशान करता था। पुलिस इसके अलावा अन्य बिंदुओं पर भी पूछताछ कर रही है।