कोरबा। कोरबा जिला से अलग कर कटघोरा को नया जिला बनाने की मांग लगातार जारी है। इसके लिए कटघोरा जिला बनाओ अभियान समिति के बैनर तले किए जा रहे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के 223 वें दिन कटघोरा अधिवक्ता संघ के द्वारा नारेबाजी करते हुए कहा गया कि कटघोरा को जिला बनाना है उपचुनाव कराना है। अपनी इस बात को अधिवक्ता संघ के द्वारा काफी प्रसारित किया जा रहा है।
यहां बताना होगा कि पाली-तानाखार विधायक मोहित राम केरकेट्टा और कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर सहित क्षेत्र के गणमान्य जन पिछले दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास रायपुर में मिलने गए थे। अधिवक्ताओं का कहना है कि यहां चर्चा के दौरान कटघोरा को जिला बनाने के संबंध में किसी भी तरह की मांग नहीं रखी गई और ना ही इसके लिए जोर दिया गया जबकि विधायकों के द्वारा यही कहा जा रहा है कि वे कटघोरा को जिला बनाने के लिए प्रयासरत हैं।अधिवक्ताओं में इस बात पर आक्रोश है कि चुनाव के समय क्षेत्रीय विधायक ने अपने घोषणापत्र में वादा किया था कि चुनाव जीतते हैं तो कटघोरा को जिला बनाया जाएगा लेकिन अब इस पर अमल नहीं कर रहे हैं। सीएम हाउस से लौटने के बाद अधिवक्ताओं ने पदाधिकारी अमित सिन्हा की अगुवाई में आयोजित प्रेस वार्ता में यह तक कह दिया कि विधायक के विरुद्ध एफआईआर कराई जाएगी कि उन्होंने झूठा वादा करके वोट हासिल किया है। हालांकि यह मामला ठंडा पड़ता गया लेकिन जिस तरह से अधिवक्ताओं ने अपने तेवर दिखाना जारी रखा है और जिला बनाने के लिए उपचुनाव कराने तक की अपनी मंशा जाहिर कर दी है, उसे लेकर तरह-तरह के कयासों का बाजार कटघोरा में गर्म है।