सत्ता में आने के करीब 4 साल बाद भी शराबबंदी का वादा भूल गई छत्तीसगढ़ सरकार ,व्यथित हो 43 दिनों से गांधीगिरी कर रहे सिंघानी ,बापू के वेश में कलेक्टोरेट पहुंच मांगी इच्छामृत्यु

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराब बंदी की मांग को लेकर नेहरू चौक के पास धरना प्रदर्शन करने वाले संजय सिंघानी सोमवार को कलेक्टोरेट पहुंचे और कलेक्टर डा. सारांश मित्तर को ज्ञापन सौंपकर इच्छा मृत्यु की मांग की । यह वाक्या कलेक्टर सहित पूरा अमला सन्न रह गया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही शराबबंदी करने की घोषणा की गई थी, लेकिन सरकार को बने 4 साल बीत गए, पर अभी तक शराब बंद नहीं हुई है। बीते 43 दिनों से संजय सिंघानी बापू के वेश में शराबबंदी की मांग को लेकर गांधीगीरी कर रहे हैं। हाथ में लाठी, आंखों पर चश्मा और गले में तख्ती लटकाए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग कर रहे हैं। वे नेहरू चौक, कलेक्टोरेट के सामने रोड के किनारे खड़े होकर गांधीगीरी कर रहे हैं। आंदोलन के जरिए सत्ताधारी दल को घोषणा पत्र की याद दिला रहे हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाते हुए प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने की स्थिति में पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था।