हसदेव एक्सप्रेस न्यूज जशपुर। सन्ना में खराब मौसम की चेतावनी के बावजूद ऊंचे क्षेत्र में मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह का आयोजन करना भारी पड़ गया । महिला एवं बाल विकास विभाग के सुरक्षा उपायों की अनदेखी एवं लापरवाही का खामियाजा जोड़ों को भुगतना पड़ा। खराब मौसम की वजह से तेज आंधी तूफान चलने की वजह से पंडाल ध्वस्त हो गया । जिसमें कई दूल्हा-दुल्हन जख्मी हो गए हैं।जिला प्रशासन ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक तेज तूफान के कारण पंडाल ध्वस्त हो गया। बगीचा निवासी पंडित कृष्णा पंडा सहित विवाह समारोह में शामिल होने के लिए आए दूल्हा दुल्हन समेत आधा दर्जन से ज्यादा ग्रामीण घायल हुए हैं। घायलों को इलाज के लिए सन्ना के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। अचानक आई तेज हवा के चक्रवात के कारण हादसा होना बताया जा रहा है। लोगों को मामूली चोट आई है। बता दें कि 3 ईसाई जोड़ा और 50 हिन्दू जोड़े की शादी होने वाली है। बताया जा रहा है कि उपचार के बाद फिर से विवाह का कार्यक्रम शुरू किया गया है।
परियोजना अधिकारी ने सुरक्षा उपायों की अनदेखी की
इस पूरे घटनाक्रम के लिए खराब मौसम के साथ साथ महिला एवं बाल विकास विभाग के सन्ना परियोजना अधिकारी की लापरवाही भी जिम्मेदार रही। खराब मौसम की चेतावनी के बावजूद ऊंचाई क्षेत्र में सामूहिक विवाह का आयोजन किया। परियोजना अधिकारी की मौसम को हल्के में लेने की सजा जोड़ों की इस अप्रिय घटना के रूप में भुगतना पड़ा।