जांजगीर चाम्पा । जिले के मुनुंद गांव के बैगा बाबू लाल यादव की हत्या कर दी गई। पुलिस ने बलौदा थाना क्षेत्र के कटरा जंगल में दफन किए गए बाबूलाल के शव को बरामद कर लिया है। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी कर संदेहियों से पूछताछ कर रही है। पुलिस के मुताबिक हत्या का मुख्य कारण पारस पत्थर का लालच है, जिसे आरोपी बाबूलाल बैगा के पास होने और उसको पाने की नियत से अपहरण कर हत्या की गई है।
दरअसल, मुनुंद गांव में 8 जुलाई की शाम बैगाईं काम करने वाले बाबू लाल यादव को बलौदा थाना के बिरगहनी गांव का मनबोध यादव अपनी पत्नी के झाड़ फूंक करने 8 जुलाई की शाम लेने आया। अपनी बाइक में लेकर गया। हमेशा की तरह बाबू लाल के जाने से परिजनों को बैगाई के बाद वापस आने की उम्मीद थी। बाबूलाल की पत्नी रामवती अपने नाती के साथ सो गई, लेकिन रात 12 बजे कुछ लोग घर को खुलवाने पहुंचे और जैसे ही दरवाजा खुला घर के अंदर घुस गए। रामवती को बंधक बनाकर हाथ बांधा और मुंह में टेप चिपकाया और सो रहे नाती पर पिस्टल तान कर पारस पत्थर के बारे में पूछने लगे। देखते ही देखते पूजा स्थल और घर के कई स्थानों की खुदाई की. जब पारस पत्थर नहीं मिला तो घर में रखे 30 हजार रुपए और सोना चांदी के सामान ले गए. घटना के बात रामवती ने कोतवाली थाना में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें पुलिस ने गुम इंसान और चोरी की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की।मामले की जांच के दौरान पुलिस ने बैगा बाबूलाल को अपने साथ ले जाने वाले मनबोध यादव की तलाश शुरू की। मनबोध को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की, जिसमें आरोपी ने बैगा बाबूलाल का अपहरण करना स्वीकार किया और उसके पास पारस पत्थर होने की सूचना पर पारस पत्थर को पाने के अपने साथियों की मदद से उसके घर की तलाशी करवाई। पारस पत्थर नहीं मिलने से उसी रात बैगा के साथ छाता पहाड़ में मार पीट करना और जान निकल जाने पर उसे रात में ही 15 किलोमीटर दूर कटरा जंगल में गड्ढा खोद कर दफन करना स्वीकार किया। पुलिस ने एसडीएम से परमिशन लेकर तहसीलदार की उपस्थिति में खुदाई कर लाश बरामद किया है।