कोरबा। एसईसीएल कोरबा प्रबंधन किसानों की उपजाऊ भूमि को बंजर बनाने किसानों को बर्बाद करने तुला है। खदान से निकला दूषित पानी पाइप के जरिए किसानों के खेतों में प्रवाहित किया जा रहा। नाराज ग्रामीणों ने बुधवार को महाप्रबंधक कार्यालय के सामने बैठकर घण्टों नारेबाजी कर आक्रोश जताया।
ग्राम दादर के ग्रामीणों का कहना था कि एसईसीएल अपनी मनमानी पर उतर आया है। उसे किसानों के हितों की परवाह नहीं।
खदान से निकला हुआ पानी पंप के जरिए उनके खेतों में डाल दिया जा रहा है, जिसके कारण उनकी खेती बर्बाद हो रही है। बारंबार विनय करने के बावजूद एसईसीएल प्रबंधन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। जब सिर से पानी ऊपर हो गया तो जीएम ऑफिस का आज घेराव कर रहे । किसानों ने एसईसीएल प्रबंधन मुर्दाबाद के नारे लगाए। किसानों के आक्रोश धरना से प्रबंधन में हड़कम्प मच गया।अधिकारी किसानों को मनाने में जुटे रहे। बहरहाल किसानों के इस विरोध प्रदर्शन ने बता दिया है कि जिले में किस तरह एसईसीएल को सिर्फ और सिर्फ अपने प्रोडक्शन लाभ से सरोकार है जन समस्याओं से नहीं। ग्रामीण जल्द ही कलेक्टर से आवश्यक कार्रवाई के लिए गुहार लगाएंगे।