रायगढ़ । कलेक्टर श्रीमती रानु साहू के नेतृत्व में रायगढ़ जिले में कुपोषण के खिलाफ लड़ी जा रही जंग में एनआरसी भी अहम भूमिका निभा रहा। एनआरसी में दाखिल कुपोषित बच्चे विशेष पोषण आहार एवं निगरानी में जल्द स्वस्थ होकर घर लौट रहे।

कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के निर्देशन एवं सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केशरी के मार्गदर्शन में रायगढ़ जिले में (पुर्नवास) केंद्र बनाया गया है जिसे एनआरसी के नाम से जाना जाता है। विश्व भर में कुपोषण एक जटिल समस्या है स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों के वजन लेना, ऊचाई नापना, उनके शारीरिक विकास की स्वास्थ्य जांच की जाती है। वीएचएनडी सत्र के दौरान माह में एक बार प्रत्येक गांव में सत्र लगाया जाता है इस बीच मितानिन व आंगनबाड़ी सहायिका के द्वारा घर-घर जाकर बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र में लाकर कुपोषित बच्चों की स्क्रीनिंग की जाती है गंभीर कुपोषित बच्चों को 14 दिन के लिए भर्ती किया जाता है उस दौरान चिकित्सक द्वारा उनकी पूरी जांच कर उनका इलाज किया जाता है। मेनू के आधार पर डाइट दी जाती है विशेष उपचार के साथ ध्यान रखा जाता है। एनआरसी में बच्चों के लिए झूला, मनोरंजन के लिए टी.वी., खिलौने का साधन रखा जाता हैं।
विकासखंड धरमजयगढ़ के अंतर्गत कापू में भी नवनिर्मित एनआरसी सेंटर संचालित किये जा रहे है। कापू में 60 बच्चे है जिनमें से 10 बच्चें का अभी इलाज चल रहा हैै और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरमकेला में भव्य नवनिर्मित एनआरसी सेंटर का 11 जुलाई 2022 को शुभारंभ किया गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंन्द्र बरमकेला में अभी 8 बच्चे उपचारत् है। विकासखंड सारंगढ़ में माह अप्रैल से अभी तक 68 बच्चों का उपचार उपरांत ठीक हो गये है जिसमें वर्तमान में अभी 11 बच्चे भर्ती है। विकासखंड खरसिया के सिविल अस्पताल में 59 बच्चे अभी तक ठीक हो गये है वर्तमान में 9 बच्चे उपचार के लिए है। शहर/ग्राम के समस्त जनता से अपील की जाती है कि गंभीर कुपोषित बच्चो को घर पर न रखे। अपने विकासखंड के नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर चिकित्सकीय परामर्श कर बच्चों को कुपोषित होने से बचायें।