सरगुजा में सिस्टम का सितम ,महिला बोली साहब मैं जिंदा हूँ ,पूर्वजों की जमीन पर भू अधिकार की अर्जी लगाई तो गरीब महिला को आरआई पटवारी ने फर्जी पंचनामा में दर्शा दिया मृत- पलायनकारी,एसडीएम ने जांच की बात कही

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज सरगुजा । जिले के मैनपाट तहसील में कई पीढ़ियों से काबिज जमीन पर प्रशासन से विधिवत अधिकार के लिए अर्जी देने वाली गरीब महिला को सिस्टम का सितम झेलना पड़ा। महिला के सीमांकन की अर्जी पर गांव पहुंचे राजस्व विभाग के मैदानी अमले आरआई पटवारी ने ग्रामीणों को गुमराह कर सीमांकन के नाम पर पलायन एवं मृत होने का फर्जी दस्तखत लेकर ,रिकार्ड में महिला को मार डाला । पलायन एवं मृत होने की जानकारी मिलते ही महिला के पैरों तले जमीन खिसक गई । लिहाजा परेशान महिला ने स्वयं एसडीएम कार्यालय पहुंचकर अपने जिंदा होने का सबूत दिया। प्रकरण में एसडीएम ने जांच की बात कही है। जल्द ही दोषी अफसर नपेंगे।

दरअसल मैनपाट तहसील के अंतर्गत आने वाले अमगांव गांव के आश्रित पारा ढ़ोहाडीह में नोहरीबाई नाम की महिला की पुर्वजों की जमीन है। इस जमीन पर अपना अधिकार पाने के लिए महिला (नोहरी बाई) ने अपने बेटे के साथ मिलकर तहसील कार्यालय में सीमांकन की अर्जी लगाई थी। लेकिन जब महिला और उसके बेटे को नोहरी बाई के मृत होने और परिवार पलायन की जानकारी मिली। तो उनके पैरो तले की जमीन खिसक गई। ज़मीन सीमांकन की अर्जी पर राजस्व निरीक्षक (आरआई) और पटवारी ने दूसरे पारा के भोले भाले ग्रामीणों से दस्तखत करा कर नोहरी बाई के मृत होने का पंचनामा बना लिया और जीवित महिला को सरकारी कागजों में मृत घोषित कर दिया। लेकिन जब ग्रामीणों की इसकी जानकारी मिली तो वो भी जीवित महिला नोहरीबाई को देख कर दंग रह गए। ग्रामीणों ने बताया कि पटवारी और आरआई हमारे पारा में ज़मीन सीमांकन के लिए आए थे जहां पर उनसे दस्तखत कराया गया। लेकिन ये दस्तखत क्यों करा रहे हैं हम भी समझ नहीं पाए।

एसडीएम ने कही जांच की बात

वहीं सीतापुर एसडीएम अनमोल विवेक टोप्पो ने इस गंभीर प्रकरण में जांच एवं आवश्यक कार्रवाई की बात कही है ।बहरहाल पूरी निगाह राजस्व विभाग पर टिकी हुई है। पूरे प्रकरण की बारीकी से जांच की नितांत आवश्यकता है। जीवित महिला को मृत घोषित करने का ये कारनामा आर आई और पटवारी की मिलीभगत को उजागर करता है। अब इन्होंने ऐसा किसके दबाव में किया,और क्यों किया ये जांच का विषय है। बहरहाल एसडीएम ने मामले में दोषी लोगों पर कार्रवाई करने की बात कही है। लेकिन देखने वाली बात होगी क्या महिला को इंसाफ मिलेगा,या फिर दफ्तरों में अपने जीवित होने की अर्जी लगाते रह जाएगी।