कोरबा में डीएमएफटी में टेंडर का खेल :पालिका क्षेत्र में 60 लाख के पीडीएस शेड का काम 15 किमी दूर पंचायत के हवाले ,जांच की उठी मांग

कोरबा। जिले में खनिज संस्थान न्यास मद की राशि का बंदरबाट नहीं रुक रहा। जिले में अब निर्माण एजेंसी बदलने का खेल शुरू हो गया है। कटघोरा नगर पालिका ने वार्डों में पीडीएस भवन और शेड निर्माण के लिए 15 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत देवरी को एजेंसी बना दिया है।यही नहीं सीसी रोड के लिए सलोरा को एजेंसी बनाया है। टेंडर से बचने यह तरीका अपनाया जा रहा है। निकाय और पंचायत दोनों ही एक-दूसरे के क्षेत्र में निर्माण कार्य नहीं करा कर सकते।

यहां बताना होगा कि ग्राम पंचायतों को 20 लाख तक काम कराने का अधिकार है। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया ही नहीं अपनाई जाती। जितनी राशि मंजूर होती है, उतने में भवन बनाना होता है। नगर पालिका में छोटे-छोटे कामों के लिए भी टेंडर की प्रक्रिया अपनानी पड़ती है। प्रतिस्पर्धा होने पर 10 से 15 प्रतिशत कम में भी काम हो जाता है, लेकिन अधिकारी अब मनमानी करते हुए निकाय क्षेत्र में काम कराने पंचायतों को एजेंसी बनाने लगे हैं।देवरी पंचायत को कटघोरा नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 2 में पीडीएस गोदाम और वार्ड क्रमांक 7 में शेड निर्माण के लिए ग्राम पंचायत देवरी को निर्माण एजेंसी बनाया गया है। 20 लाख का एक और शेड बनाने नगर निगम क्षेत्र के पूरेना खार में मंजूर किया गया है। यही नहीं कटघोरा से इसकी दूरी 15 किलोमीटर है। इसी तरह 20-20 लाख रुपए की सीसी रोड बनाने ग्राम पंचायत सलोरा को निर्माण एजेंसी बनाया जा रहा है। इस संबंध में जनपद सीईओ राधेश्याम मिर्जा से उनका पक्ष लेने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।कटघोरा क्षेत्र में ही नगर निगम के बांकीमोगरा जोन में पुरैना शामिल है। यहां के स्कूल का बाउंड्रीवॉल का निर्माण कराने देवरी पंचायत को ही निर्माण एजेंसी बनाया गया था। इसके बाद से निर्माण एजेंसी बदलने का खेल चल रहा है। पंचायतें अपने ही कामों को नहीं करा पाती।ग्राम पंचायतों में भले ही टेंडर नहीं होता है, लेकिन सत्तापक्ष से जुड़े ठेकेदार काम मंजूर करा कर निर्माण कार्य कराते हैं। इससे उनको टेंडर की प्रक्रिया से गुजरना नहीं पड़ता है। इसके लिए एक दस्तावेज भी जमा करना नहीं होता है। इसके लिए ही पंचायतों को चुनते हैं।

जांच कराने लिखेंगे पत्र -रीना

जिला पंचायत उपाध्यक्ष रीना अजय जायसवाल का कहना है कि खनिज न्यास मद से पंचायतों में विकास कार्य कराना चाहिए। पंचायतों को नगरी निकाय क्षेत्रों में निर्माण कार्य करने एजेंसी बनाना नियम विरुद्ध है। इसकी जांच के लिए पत्र लिखेंगे।
कटघोरा नगर पालिका क्षेत्र में 10 लाख रुपए से गोंडवाना भवन और कबीर आश्रम के लिए बाउंड्रीवाॅल निर्माण कराने धंवईपुर पंचायत को निर्माण एजेंसी बनाने पर काफी विवाद हुआ था। उस समय कई कार्यों को निरस्त भी कर दिया गया था।

विशेष परिस्थिति में एनओसी मिले तो ही दूसरे क्षेत्र में काम कराने की अनुमति-जी पी भारद्वाज

जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी जीपी भारद्वाज का कहना है कि ग्राम पंचायत अपने ही क्षेत्र में काम करा सकते हैं। विशेष परिस्थिति में एनओसी मिले तो ही दूसरे क्षेत्र में काम कराने की अनुमति मिलती है।

ग्राम पंचायत नगर पालिका क्षेत्र में निर्माण कार्य नहीं करा सकती -सीएमओ ज्ञानपुंज

नगर पालिका कटघोरा के सीएमओ ज्ञानपुंज कुलमित्र का कहना है कि प्रशासन से वार्डों में निर्माण कार्य कराने कोई पत्र नहीं मिला है। किसी को एनओसी भी जारी नहीं हुई है। ग्राम पंचायत नगर पालिका क्षेत्र में निर्माण कार्य नहीं करा सकती।