बाघा ने फिर सुलझाई मर्डर मिस्ट्री,मुंह में चिलम दबाए हत्यारे कलयुगी पुत्र के पास पहुंचा ,भेजा गया जेल ….

कोरबा। एक बेटे ने शराब और गांजा के नशा की आग में पूरे परिवार को झुलसा दिया। मां पहले ही दिवंगत हो चुकी है, पिता ने राजमिस्त्री का काम कर जैसे-तैसे एक बेटी को ब्याहा और एक पुत्र व एक पुत्री का भरण-पोषण करते आ रहा था। इस परिवार को नशा की नजर लग गई और नशेड़ी बेटे ने मदहोशी के आलम में चाकू मारकर पिता को मौत के घाट उतार दिया। इस कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में जिला पुलिस का ट्रैकर डॉग बाघा फिर एक बार मददगार साबित हुआ।

कोरबा जिले में बांकीमोंगरा थाना क्षेत्र के दो नंबर दफाई छोटे क्लब के पास बांकीमोंगरा निवासी 52 वर्षीय तीरथ राम यादव,पेशा राजमिस्त्री की हत्या 14-15 जून 2025 की दरम्यानी रात घर के बाहर चाकू मारकर कर दी गई थी। उसका खून से लथपथ अधनंगा शव रविवार की सुबह मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। घटना स्थल पर बांकी मोंगरा पुलिस पहुंची और मौके से हत्या में उपयोग धारदार चाकू बरामद किया गया। पुलिस ने मदद के लिए मौके पर फोरेंसिक एक्सपर्ट और खोजी डॉग बाघा को बुलवाया।

बाघा ने घटनास्थल से मिले चाकू से आरोपी का सुराग तलाशा और फिर मृतक के घर के भीतर जाकर वापस लौटा। उसने एक चिलम घर के आंगन से बरामद किया और उसको मुंह में दबाए हत्यारे की तलाश में अपने ट्रेनर सुनील कुमार गुप्ता के साथ आगे बढ़ा। लोगों की भीड़ के सामने से गुजरते हुए बाघा अकेले बैठे एक युवक के पास पहुंच कर रुक गया, जो हत्यारा निकला। बाघा ने उसके पास जाकर चिलम उगल कर पुष्टि कर दी। वह कोई और नहीं, मृतक का पुत्र हिमांशु 24 वर्ष था।

0 नशा के कारण छोड़ दिया कामकाज

हिमांशु पूर्व में ड्राइवरी करता था, लेकिन नशे की लत होने से उसने काम छोड़ दिया था। वह दिन भर नशे में डूबा रहता था, इस कारण तिरिथ राम परेशान था। वह राज मिस्त्री का काम कर अकेले ही कमाता था। वह अगले साल बेटी की शादी की तैयारी कर रहा था। अक्सर बेटे के नशे में रहने और काम नहीं करने पर आपत्ति करता था। घटना दिनांक शनिवार रात को भी वह इसी बात पर बेटे को डांट रहा था, जो उसे नागवार गुजरी और घर में सामानों को उथल-पुथल कर विवाद करने लगा। शराब और गांजा के नशे में उसे कुछ सूझा नहीं और अपने ही पालक पर चाकू चलाकर शांत कर दिया।