IND vs AUS: मोहम्‍मद कैफ को राहुल द्रविड़ की याद दिलाता है यह युवा भारतीय बल्‍लेबाज

नई दिल्‍ली: राहुल द्रविड़ निस्‍वार्थ क्रिकेटर थे, जो क्रिकेट प्रारूपों में भारत के लिए हमेशा ऊंचे खड़े रहते थे और टीम की जरूरत के लिए उन्‍होंने विभिन्‍न भूमिकाएं व बल्‍लेबाजी क्रम में कई फेरबदल भी किए। जब सौरव गांगुली के नेतृत्‍व वाली भारतीय टीम को विकेटकीपर बल्‍लेबाज की जरूरत थी, तब द्रविड़ ने यह जिम्‍मेदारी बखूबी अदा की और दक्षिण अफ्रीका में हुए 2003 विश्‍व कप में टीम इंडिया के लिए शानदार प्रदर्शन भी किया।

द्रविड़ के विकेटकीपिंग अपनाने से भारतीय टीम को परिस्थिति के मुताबिक अतिरिक्‍त गेंदबाज या बल्‍लेबाज को खिलाने का मौका मिल जाता था। एमएस धोनी के ब्रेक और फिर अगस्‍त 2020 में अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट से संन्‍यास लेने के बाद विराट कोहली के नेतृत्‍व वाली भारतीय टीम दोबारा विकेटकीपर बल्‍लेबाज की तलाश में जुटी, जो माही की जगह भर सके।

इस संबंध में केएल राहुल ने विकेटकीपर बल्‍लेबाज की भूमिका बखूबी अदा की और वनडे व टी20 इंटरनेशनल मैच में अलग-अलग बल्‍लेबाजी क्रम पर खेलकर सफलता भी हासिल की।

कैफ को यह खिलाड़ी दिलाता है द्रविड़ की याद

पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्‍मद कैफ का मानना है कि केएल राहुल उन्‍हें द वॉल के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ की याद दिलाते हैं। कैफ ने ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 इंटरनेशनल मैच के बाद पोस्‍ट मैच शो में कहा, ‘केएल राहुल मुझे राहुल द्रविड़ की याद दिलाते हैं। केएल राहुल कुछ भी करने को तैयार हैं। इससे दिखता है कि वह टीम प्‍लेयर हैं। अगर आप मुझे पांचवें क्रम की जिम्‍मेदारी सौंपे, तो टीम के लिए मैं यह काम कर सकता हूं। अगर आप मुझे विकेटकीपिंग सौंपे, तो मैं वो भी कर सकता हूं। आप चाहते हैं कि मैं ओपनिंग करूं, तो मैं ये भी करूंगा। कप्‍तान और टीम प्रबंधन के रूप में आप केएल राहुल जैसे खिलाड़ी खोजते हैं जो टीम के लिए कुछ भी कर सकते हैं। उनके जैसे कम ही खिलाड़ी होते हैं।’

केएल राहुल ने ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में अर्धशतकीय पारी खेली थी, जिसकी मदद से भारत ने 160 रन का सम्‍मानजनक स्‍कोर खड़ा किया था। राहुल की पारी के बारे में बात करते हुए कैफ ने कहा, ‘मेरे ख्‍याल से वो परफेक्‍ट पारी थी। उन्‍होंने अच्‍छी शुरूआत की और बाद में हमें उम्‍मीद थी कि वह 80-90 रन बनाएंगे, लेकिन आउट हो गए। मगर उनकी पारी अच्‍छी थी क्‍योंकि एक बल्‍लेबाज परिस्थिति के मुताबिक खेलना चाहता है। ऐसा नहीं है कि वह बड़े शॉट्स नहीं लगा सकते।’

उन्‍होंने आगे कहा, ‘वो जब चाहे तब बड़े शॉट्स खेल सकते हैं और एक ओवर में 20 रन बनाना भी जानते हैं, लेकिन वह जानबूझकर अपनी बल्‍लेबाजी में बदलाव नहीं करते क्‍योंकि उन्‍हें पता था कि विकेट गिर रहे हैं और उन्‍हें अंत तक टिकना होगा।’ भारत द्वारा मिले लक्ष्‍य का पीछा करते हुए ऑस्‍ट्रेलियाई टीम 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 150 रन बना सकती थी। भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच दूसरा वनडे सिडनी में रविवार को खेला जाएगा।