नंदेली टेट नकल प्रकरण में एक्शन जारी ,तीसरे व मुख्य आरोपी शिक्षक भी निलंबित ,शिक्षक ने नकल कराने बार बार भरा था फार्म ,संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा सरगुजा संभाग ने की कार्रवाई

अम्बिकापुर -रायगढ़ । नंदेली टेट परीक्षा में हुए नकल प्रकरण के मामले में प्रशासन एक्शन मोड़ में हैं। प्रकरण के तीसरे प्रमुख आरोपी को भी निलंबित कर दिया गया है। तीनों आरोपी शिक्षकों के निलंबन के साथ ही साथ केंद्राध्यक्ष और डीपीआई के विरुद्ध कार्रवाई करने शासन को पत्र लिखा गया है।

18 सितंबर को नंदेली के हाई स्कूल में टेट परीक्षा आयोजित थी। केंद्राध्यक्ष उपेंद्र साव, पर्यवेक्षक राजेंद्र पटेल, जशपुर से आई शिक्षिका और शिक्षक भुनेश्वर चौधरी सब ने मिलकर एक परीक्षार्थी को नकल कराने में लगे हुए थे। लड़की ने परीक्षा भी दी और केंद्र में इसका लाइव प्रसारण देखने वाले छात्रों ने विरोध भी किया। लेकिन किसी की सुनवाई नहीं हुई। 20 सितंबर को इसकी शिकायत हुई। छात्रों ने बताया था की किस तरह से नकल का खेल चला।
इस मामले में कलेक्टर की शिकायत और उच्च शिक्षामंत्री के हस्तक्षेप के बाद जांच टीम बनाई गई और उसने कलेक्टर को रिपोर्ट सौंप दी। इसके बाद व्यापम ने भी अपनी जांच टीम भेजकर जांच कराई। मामले में उक्त सभी को दोषी पाया गया। जिस पर राजेंद्र पटेल, भुनेश्वर चौधरी और एक शिक्षिका को निलंबित किया गया है। इसी तरह उपेंद्र साव केंद्राध्यक्ष और डीपीआई पर कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। नंदेली में नकल कराए जाने के मामले में हुई जांच में दोषी पाए जाने वाले शिक्षक भुवनेश्वर चौधरी को कार्यालय संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा सरगुजा संभाग अंबिकापुर छत्तीसगढ़ द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन आदेश में उल्लेखित है कि कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ छत्तीसगढ़ के प्रस्ताव दिनांक 26 सितंबर 2022 के द्वारा प्राप्त प्रारंभिक जांच में भुवनेश्वर चौधरी, शिक्षक (गणित) पूर्व माध्यमिक शाला महुवाडीह विकास खंड फरसाबहार जिला जशपुर छत्तीसगढ़ को जिला रायगढ़ के परीक्षा केंद्र शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नंदेली केंद्र में टीईटी परीक्षा में नकल कराने में लिप्त पाए जाने के कारण प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने के कारण छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम-1965 के नियम 3 के उल्लंघन का दोषी पाए जाने के कारण छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण) नियंत्रण तथा अपील नियम-1966 के नियम 9 के तहत तत्काल प्रभाव से शासकीय सेवा से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय कार्यालय विकास खंड शिक्षा अधिकारी फरसाबहार जिला जशपुर नियत किया गया है।

नकल लिखकर पानी पीने के बहाने बाहर जाता,बाकी शिक्षक, पर्यवेक्षक देखते रहे

मुख्य आरोपी भुनेश्वर चौधरी पहले नकल लिखकर पानी पीने के बहाने बाहर जाता। नकल की पर्ची वह शिक्षिका को देता। इसके बाद शिक्षिका नकल का पर्ची लाकर लड़की को देती। इस तरह से दोनों पालियों में नकल का पूरा खेल चलता रहा। बाकी शिक्षक और पर्यवेक्षक देखते रहे। लेकिन किसी ने कुछ नहीं कहा।

शातिराना तरकीब ,एक जगह बैठने कई बार भरा था फॉर्म

भुनेश्वर ने लड़की के साथ वाली सीट में बैठने के लिए कई बार फॉर्म भरा ताकि दोनों का रोल नंबर एक साथ आए। जिससे उन्हें नकल करने में आसानी हो। दर्जनों फॉर्म भरने के बाद दोनों का रोल नंबर एक साथ आया था। जिसके बाद दोनों परीक्षा में शामिल हुए थे।

व्यापमं भी करेगी कार्रवाई

इस मामले में व्यापमं भी यह देखेगी कि किन कमियों के कारण यह मामला हुआ। कई बार फार्म भरने की प्रक्रिया पर भी आगे निर्णय लिया जा सकता है। व्यापम इस मामले की अध्ययन करने के बाद प्रक्रियात्मक विसंगतियों की समीक्षा भी करेगा। इसके अलावा भुनेश्वर चौधरी और महिला प्रतियोगी के रिजल्ट पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।