नागलोक कोरबा की धरती पर फिर मिला किंग कोबरा,ग्रामीण के घर से किया गया रेस्क्यू ,जानें पूरी स्टोरी

कोरबा। शहर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर एक किसान के घर में विशालकाय किंग कोबरा आ पहुंचा। इसके बाद घर वालों ने तत्काल रेस्क्यु टीम को कॉल किया। रेस्क्यु टीम के अविनाश ने जब गांव पहुंचकर देखा तो वन विभाग को इसकी जानकारी दी। बता दे कि किंग कोबरा अगर हाथी को बाइट कर ले तो कुछ ही मिनट में हाथी की मौत हो जाती है। दुनिया का सबसे जहरीला सांपों में से एक किंग कोबरा है।

घटना 16 अक्टूबर 2022 दिन रविवार की सुबह लगभग 10 बजे के आस-पास का है। चंद्रशेखर जो मदनपुर पसरखेत निवासी है। टीम RCRS के अध्यक्ष अविनाश यादव को कॉल किया था, कि हमारे यहां पसरखेत में एक सांप निकला हुआ है, उसके बाद रेस्क्यु टीम बिना देरी किए उस जगह पर पहुँचे। वहां जाकर देखने पर एक घर के अंदर करीब 13 फ़ीट लंबा एक किंग कोबरा बैठा हुआ था। उस सांप की खबर सुनकर सांप को देखने के लिए बहुत ज्यादा भीड़ इकट्ठी हो गई थी, भीड़ लगतार सांप को देखने के लिए कमरे में घुसने का प्रयास कर रही थी। जिसे टीम रेप्टाइल केयर एंड रेस्क्यू सोसाइटी के अध्य्क्ष अविनाश यादव और उनकी टीम ने संभाल लिया। किंग कोबरा को देखने के बाद अविनाश यादव ने कोरबा एसडीओ आशीष खेलवारकर को कॉल किया और सारी घटना के बारे में बताया। इसके पश्चात आशीष खेलवालकर ने फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के स्टाफ को सपोर्ट पर भेजा और रेस्क्यू करने की परमिशन दी।उसके बाद ही हमारी टीम ने और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट टीम ने सामूहिक प्रयास से इस किंग कोबरा का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया। तत्पश्चात DFO माननीय प्रियंका पांडे और SDO आशीष खेलवारकर के नेतृत्व में किंग कोबरा को सुरक्षित तरीके से रिलीज किया गया। इस काम मे वन विभाग की टीम ने हमारा पूर्ण सहयोग किया, जिसके लिए मैं अविनाश यादव और मेरी आरसीआरएस की टीम कोरबा डीएफओ प्रियंका पांडे और एसडीओ आशीष खेलवारकर जी और पूरे कोरबा वन मंडल का दिल से धन्यवाद करती हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल, पकड़ा बिना अनुमति के किंग कोबरा

सोशल मीडिया पर यह समाचार तेजी से रविवार को वायरल हो रहा था कि बिना अनुमति के किंग कोबरा पकड़ा गया। किंग कोबरा रेस्क्यू को लेकर गांव में बात विवाद की स्तिथि निर्मित हो गई हैं गैर विभागीय व्यक्ति के द्वारा सेड्यूल 2 में रखें किंग कोबरा को रेस्क्यू के लिए डीएफओ की अनुमति होना अनिवार्य हैं पर आज ऐसा नहीं हुआ डीएफओ प्रियंका पाण्डे को जब इस बात की भनक तक तो तत्काल कोरबा एसडीओ आशीष खेलवर के साथ समस्त पसरखेत ऑफीसर को सस्पेंड तक करने की बात कह दी, एसडीओ आशीष ने ये कदम डीएफओ को जानकारी क्यू नहीं दी ये जांच का विषय हैं, अभी भी गांव में माहौल गरमाया हुआ हैं, इसकी शिकायत जल्द ही पीसीसीएफ और सीसीएफ तक जाने का अंदेशा हैं।जब की ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी। बकायदा रेस्क्यु टीम ने वन विभाग को सूचित किया था। इस तरह की गलत न्यूज को कौन प्रसारित कर रहा था इसका पता नहीं चल पाया है।अविनाश यादव की टीम इस क्षेत्र में लगभग 20 वर्षों से काम कर रही है। लगभग 50 हजार सांपों को शहर से पकड़ कर जंगल में छोड़ी है। शहर में इस टीम की अलग पहचान है।