हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में शिक्षा विभाग एक बार फिर नियम विरुद्ध पदोन्नति प्रक्रिया को लेकर सुर्खियों में है। सहायक शिक्षक से प्रधानपाठक प्राथमिक शाला के 1145 पदों पर दी जा रही पदोन्नति प्रक्रिया में शासन के तमाम गाइडलाइंस को दरकिनार कर चढ़ावा लेकर पदोन्नति दिए जा रहे। पदोन्नति प्रक्रिया में इस कदर नियमों की अनदेखी की गई है कि चढ़ावे के लिए न केवल सिंगल आदेश जारी किए गए वरन महिला एवं दिव्यांग सहायक शिक्षकों की अनदेखी कर नजदीक में पद रिक्त रहने के बावजूद उनका मीलों दूर तबादला कर दिया गया। वरिष्ठ को हटाकर कनिष्ठ को प्रभार दे दिया गया। विभाग में निजी सर्वार्थसिद्धि के लिए खुलेआम पदोन्नति प्रक्रिया में व्याप्त भ्रष्टाचार से आक्रोशित एवं पीड़ित दिव्यांग ,गर्भवती शिक्षिकाओं ने संघ के पदाधिकारियों के साथ डीईओ कार्यालय में नाराजगी जताने के साथ कलेक्टर को को लेकर लिखित शिकायत कर पदोन्नति प्रक्रिया निरस्त करने की गुहार लगाई। शीघ्र न्याय नहीं मिलने पर पीड़ित शिक्षकों ने न्याय के लिए हाईकोर्ट जाने का अल्टीमेटम दिया है। कलेक्टर संजीव झा ने तत्काल डीईओ को तलब किया है। जल्द ही बड़ी कार्रवाई के आसार हैं।


यहां बताना होगा कि शिक्षा विभाग में सहायक शिक्षक एलबी ई /टी संवर्ग के शिक्षकों को प्रधानपाठक प्राथमिक शाला के रिक्त 1145 पदों पर 14 अक्टूबर से पदोन्नति दी जा रही है। जिसमें पदोन्नति नियमों को हाशिए पर रखकर संयुक्त पदोन्नति सूची जारी करने की जगह डीईओ कार्यालय बुलाकर हाथों में एकल आदेश थमाया जा रहा है। दिव्यांग ,गर्भवती महिला अभ्यर्थियों को भी पद रिक्त होने के बावजूद दूर दराज के स्कूलों में पदस्थ किया जा रहा है ताकि भेंट पूजा देने वाले शिक्षकों को वहां पदस्थ किया जा सके। छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष के पी उपाध्याय के नेतृत्व में बुधवार को कलेक्टोरेट पहुंचे दिव्यांग ,गर्भवती सहित अन्य महिला एवं पुरुष वर्ग के शिक्षकों ने पदोन्नति प्रक्रिया में की जा रही नियमों की अनदेखी एवं लेनदेन की शिकायत कर महकमे में खलबली मचा दी । संघ के जिलाध्यक्ष जे पी उपाध्याय ने बताया कि शासन का स्पष्ट निर्देश है कि पदोन्नति प्रक्रिया में महिलाओं ,दिव्यांगों सहित जिन संस्थाओं में वरिष्ठ पदस्थ हैं उन्हें उन्हीं संस्था में पदोन्नति दी जाए। लेकिन इसकी अवहेलना कर पद रिक्त रहते हुए भी महिलाओं ,दिव्यांगों वरिष्ठ शिक्षकों को पद रिक्त रहने के बावजूद अन्यत्र स्थानान्तरण किया जा रहा है।बिना काउंसलिंग किए निजी स्वार्थ के लिए एकल आदेश जारी किया गया। जब से डीईओ श्री भारद्वाज जिले में पदस्थ हुए हैं तब से नियम विरुद्ध कार्य हो रहे,पूर्व में सहायक शिक्षकों की पोस्टिंग में भी इनके द्वारा इसी तरह नियमों की अनदेखी कर स्वार्थ सिद्धि की गई थी। उन्होंने बताया कि कलेक्टर को उन्होंने ज्ञापन सौंपकर तत्काल पदोन्नति आदेश निरस्त कर काउंसलिंग के माध्यम से पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी कराए जाने की मांग की है । अन्यथा संघ उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा। ज्ञापन सौंपने के बाद शिक्षकों ने डीईओ कार्यालय जाकर भी नाराजगी जताई।
पीड़ित महिला शिक्षकों ने कहा,खूब चला चढ़ावा ,हमसे नहीं मिला तो कर दिए मनमाने जगह पोस्टिंग






दिव्यांग सहायक शिक्षक सेतो बाई ढिल्लो का प्राथमिक शाला मानपुर विकासखंड पोंडी उपरोड़ा से 22 किलोमीटर प्राथमिक शाला डुग्गुपारा कर दिया गया है। सहायक शिक्षक मधु गुप्ता गर्भवती हैं ,वे जल्द मातृत्व अवकाश में जाने वाली हैं। लेकिन उनका प्राथमिक शाला दर्रीखार विकासखंड कटघोरा से नवीन प्राथमिक शाला नवापारा कर दिया गया है जबकि वहां नजदीक में ही भदरापारा एवं फर्टिलाइजर में पद रिक्त थे। भदरापारा में पद रिक्त होने के बावजूद दूसरे संकुल स्याहीमुड़ी के शिक्षक की पदस्थापना कर दी गई है।
ऐसी अंधेरगर्दी ,वरिष्ठ का अन्यत्र पोस्टिंग कर कनिष्ठ को बना दिया प्रधानपाठक
इसी तरह प्राथमिक शाला बेलटिकरी झाबर में पदस्थ सहायक शिक्षक श्रीमती सुकृता श्याम श्याम का नियम विरुद्ध दूसरे ब्लाक पोंड़ी उपरोड़ा तबादला कर दिया गया एवं कनिष्ठ को प्रधानपाठक बना दिया गया । जबकि श्रीमती सुकृता 1998 बैच की हैं व उनसे कनिष्ठ शिक्षक प्रतिमा शुक्ला 2005 बैच की हैं। इस आदेश से सुकृता बेहद तनाव में हैं। यही नहीं प्राथमिक शाला बिंझरा से भी कमोबेश यही शिकायत सामने आई है। वहां भी प्रधानपाठक के रहते हुए भी वहीं की शिक्षिका की प्रधानपाठक के पद पर पदोन्नति कर दी गई है। प्राथमिक शाला चारपारा विकासखंड करतला में 2014 से प्रभारी प्रधानपाठक का दायित्व संभाल रहीं शिक्षिका अनुसूईया साहू का जब पदोन्नति की बारी आई तो उन्हें नियम विरुद्ध कटघोरा ब्लाक के प्राथमिक शाला चुरैल में पदस्थ कर दिया गया।
नए डीएमसी के प्रभार लेने के बाद भी कार्यालय में नजर आए डीएमसी, क्या है माजरा !

डीएमसी एस के अम्बष्ट की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर मूल पद प्राचार्य शा उमावि गोदईया जिला बिलासपुर के पद पर कार्य करने 30 सितम्बर को आदेश जारी किया जा चुका है। नए डीएमसी भी सोमवार को जॉइन कर चुके है बावजूद इसके पखवाड़े भर बाद भी डीएमसी एस के अम्बष्ट बुधवार को डीईओ कार्यालय के बाहर फाइल पकड़कर शिक्षकों से चर्चा करते नजर आए।जो महकमे में चर्चा का विषय बना है।
डीईओ पर पूर्व में भी लगे थे गम्भीर आरोप
सहायक शिक्षक विज्ञान के 175 पदों पर की गई पदस्थापना प्रक्रिया में भी डीईओ जी पी भारद्वाज पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। एक युवा कांग्रेस नेता नसर खान ने 21 जून 2022 को मुख्यमंत्री तक उनकी शिकायत कर आदेश निरस्त करने की मांग की थी बावजूद इसके आज पर्यन्त कार्रवाई नहीं हुई । जिसके बाद यह दूसरा अवसर है जब इस तरह के गम्भीर आरोप लगे हैं।