हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। किसी भी शासकीय लोक सेवक की वास्तविक उपलब्धि उसके सेवाकाल में कार्यस्थल में किए बेदाग कार्य होते हैं। हमें अपने सेवाकाल में विभाग द्वारा सौंपे गए कार्यदायित्वों को निष्ठापूर्वक पूरी संजीदगी से निर्वहन कर अन्य शासकीय सेवकों के लिए अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। यह मेरा परम सौभाग्य रहा कि अपने सेवाकाल के दौरान मुझे जुझारू कर्तव्यनिष्ठ कर्मियों का साथ मिला जिसके बदौलत मैं शासन की योजनाओं का जमीनी स्तर पर गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन कराने के अपने लक्ष्य में सफल रहा। उक्त बातें महिला एवं बाल विकास विभाग में जिला कार्यक्रम अधिकारी कोरबा के पद पर पदस्थ श्री एम डी नायक ने डीडीएम रोड हरिमंगलम में आयोजित विदाई समारोह में कही।

श्री नायक 38 साल की शासकीय सेवा उपरांत अर्धवार्षिकी सेवा आयु पूरी करने के बाद सोमवार को सेवानिवृत हुए। उनके सम्मान में हरिमंगलम में विदाई समारोह का आयोजन कर विभागीय अधिकारी कर्मचारियों ने उन्हें भावभीनी विदाई दी।विदाई समारोह में श्री नायक अपने पुत्री डॉक्टर अंजली नायक,दामाद अनिरुद्ध पटेल, बहु श्रीमती खुशबू नायक ,बेबी अद्विका एवं मास्टर अमित पटेल सहित सपरिवार शामिल हुए। उन्होंने उपस्थित विभागीय अमलों का सम्मान के लिए आभार जताते हुए अपने सेवा काल मे किए अनुभवों एवं सफर को साझा किया। कार्यक्रम में जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी गजेंद्र देव सिंह ,परियोजना अधिकारी पाली दीप्ति पटेल ,परियोजना अधिकारी पसान निशा कंवर ,लिपिक शिव शर्मा ,मनोज पटेल सहित समस्त पर्यवेक्षक उपस्थित रहे। उल्लेखनीय डीपीओ श्री नायक फरवरी 2022 से 31 अक्टूबर 2022 तक जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग कोरबा के पद पर पदस्थ रहे। इस दौरान जिले में कुपोषण नियंत्रण के लिए शासन प्रशासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का जिले में उत्कृष्ट क्रियान्वयन हुआ। कोरबा में कुपोषण दर में आशातीत गई गिरावट आकर 16 फीसदी के करीब तक पहुंच गया। आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में महिलाओं एवं बच्चों के हितों के लिए कल्याणकारी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन हुआ।
ऐसे रहा डीपीओ श्री नायक का सफर
श्री एमडी नायक ने 4 फरवरी 1984 को सहायक सांख्यिकी अधिकारी के पद से शासकीय सेवा के सफर की शुरुआत की । वे इस पद पर जून 1996 तक बने रहे। इस दौरान उन्होंने उसूर (बस्तर),रायगढ़ ,एवं बिलासपुर में सेवाएं दी। जुलाई 1996 से जून 2013 तक परियोजना अधिकारी के पद पर पदस्थ रहे। इस दौरान उन्होंने पामगढ़ ,प्रेमनगर/सरगुजा एवं तमनार परियोजना में सेवाएं दी। वे जुलाई 2013 में परियोजना अधिकारी के पद पर पदोन्नत हुए। इस पद पर सितम्बर 2013 तक रायगढ़ में उन्होंने सेवाएं दी। वे अक्टूबर 2013 से सितम्बर 2018 तक प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी के पद पर बिलासपुर ,जांजगीर- चाम्पा एवं महासमुंद में सेवाएं दी। उन्होंने संभागीय स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र बिलासपुर में अक्टूबर 2018 से अक्टूबर 2019 तक प्रभारी उप संचालक के पद पर पदस्थ रहे। तत्पश्चात अक्टूबर 2019 से जनवरी 2022 तक प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी धमतरी के पद पर पदस्थ रहे,फरवरी 2022 से जिला कार्यक्रम अधिकारी कोरबा के पद पर पदस्थ होने के बाद 31 अक्टूबर 2022 को सेवानिवृत्त हुए।