कोरबा। खनिज विभाग का पूरा अमला बदल गया लेकिन रेत तस्करों पर लगाम नहीं लग सका।रोजाना राजस्व ,व खनिज विभाग के हत्थे चढ़ रहे अवैध रेत उत्खनन परिवहन में संलग्न वाहनों ने इस दावे को और बल दे दिया है।
बुधवार की सुबह पाली थानांतर्गत मुनगाडीह के पास गाजरनाला से रेत का अवैध परिवहन कर ले जा रहे दो ट्रैक्टरों को खनिज बैरियर के पास खनिज विभाग की टीम ने धर दबोचा। खनिज विभाग द्वारा जांच के दौरान इनके पास रॉयल्टी समेत अन्य दस्तावेज नहीं थे।
खनिज विभाग ने दोनों ट्रैक्टरों पर कार्यवाही करते हुए ट्रेक्टर जप्त कर लिया है। इससे पूर्व पिछले 3 दिनों में शहर में सीतामढ़ी ,गोपालपुर एवं उरगा में अवैध रेत परिवहन में संलग्न 6 ट्रेक्टर पकड़ाए थे। 28 अक्टूबर को देहानपारा बालको से भी राजस्व अमले ने अवैध रेत परिवहन में संग्लन दो ट्रैक्टर जप्त किए थे। अब यहाँ सवाल यह उठता है कि क्या खनिज विभाग या कोरबा जिला प्रशासन रोजाना पकड़ाए जा रहे अवैध रेत परिवहन के मामलों में अपनी पीठ थपथपाए या फिर यह मान लिया जाए कि अवैध रेत परिवहन को रेत घाटों से मौन स्वीकृति दी जा रही है। कोरबा जिले में ईडी की छापेमारी के बाद वैसे भी खनिज विभाग केंद्रीय जांच एजेंसियों के निशाने पर है। ऐसे में गौण खनिज के लगातार हो रहे अवैध दोहन से शासन को लाखों रुपए की प्रतिदिन पहुंचाई जा रही राजस्व क्षति से आने वाले समय में खनिज विभाग कहीं फिर निशाने पर न आ जाए।विश्वस्त सूत्रों के अनुसार रेत घाटों पर निगरानी के लिए लगाए गए पूर्व में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे भी खराब पड़े हैं तो कुछ सही तरीके से क्रियाशील नहीं है।