कोरबा । कामसिस इंफोटेक में पैसे लगाकर अच्छा रिटर्न मिलने का झांसा देकर परिचित दंपत्ति को 18 लाख 41 हजार रुपए से अधिक की चपत लगाई गई है। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर लिया है।
मामला सिटी कोतवाली अंतर्गत एसईसीएल सुभाष ब्लॉक कालोनी के मकान क्र. बी/7 के निवासी मनोज कुमार सिंह पिता सुरेश प्रसाद 51 वर्ष का है। इनका परिचय ऑफिसर्स कॉलोनी सी/7 निवासी सुशांत श्रीवास्तव पिता विष्णु चरण श्रीवास्तव से था। सितंबर 2021 में सुशांत ने मनोज की पत्नी अंजू से मुलाकात की और पैसा लगाकर अच्छा रिटर्न दिलाने का प्रलोभन दिया। रुपए नहीं होने पर गहने को बैंक में गिरवी रखकर पैसा लगाने की सलाह दी। झांसे में आकर अंजू सिंह ने अक्टूबर 2021 में सोने के आभूषणों को गिरवी रखकर सुशांत द्वारा बताए गए अलग-अलग खातों में 10 लाख रुपए ट्रांसफर किया। उक्त राशि का रिटर्न कुछ महीने तक अंजू के बैंक खाते में आता रहा। इसके बाद सुशांत ने मनोज से मेलजोल बढ़ाया और स्कीम की जानकारी दी जिसमें 2 लाख 51 हजार रुपए या इससे अधिक रकम लगाने पर महीना रिटर्न 24 प्रतिशत मिलने की बात कही। मूलधन सुरक्षित रहने और रिटर्न मिलते रहने के झांसे में आकर 28 फरवरी 2022 से 27 अप्रैल के मध्य कुल 8 लाख 41 हजार 580 रुपए मनोज सिंह ने सुशांत के बताए गए खाते में ट्रांसफर कराया। रिटर्न समय पर नहीं आने पर सुशांत से मनोज ने रुपए वापस मांगे तब खाते में गया पैसा काटकर बचत राशि मिलने की बात कही किन्तु लगातार घुमाया जाता रहा। सुशांत ने मनोज को बताया कि उसका भाई कामसिस कंपनी में काम करता है और मालिक का नाम सचिन डहाके है। सुशांत ने ग्लोब-2 ट्रेड नामक सॉफ्टवेयर में जमा रुपए की पूरी जानकारी होना कहकर डिटेल लेने के लिए मनोज को कहा लेकिन जब सॉफ्टवेयर से रुपए निकालने की कोशिश की गई तो फर्जी निकला। इसके बाद से लगातार गुमराह हो रहे मनोज ने पुलिस में शिकायत की। सचिन डहाके के विरुद्ध धारा 420 भादवि के तहत जुर्म दर्ज कर लिया गया है।