हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । भगवान पशुपतिनाथ ,भगवान बुद्ध की जन्मस्थली ,खूबसूरतवादियों झीलों सहित दुनिया की सबसे ऊंची पर्वतों (माउंट एवरेस्ट)का देश नेपाल का दीदार करने की दिली इच्छा हर भारतीय की होती है। लेकिन भरी गर्मी में श्रद्धालु यात्रा की योजना नहीं बना पाते । लेकिन ऐसे शिवभक्तों की पर्यटन एवं दर्शन लालसा को श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति साकार करने जा रहा। 16 मार्च से 10 जून तक पांच पालियों में त्रिपुर यात्रा सेवा समिति नेपाल (विदेश )की यात्रा कराकर अपने सेवाओं के कारवां में एक और सफलता की कड़ी जोड़ेगी। इस पावन एवं यादगार यात्रा का साक्षी बनने शिवभक्तों सैलानियों ने अभी से बुकिंग कराना शुरु कर दिया है। समिति तीर्थयात्रा के इच्छुक भक्तों के जत्थे को एक और शानदार सुरक्षित अविस्मरणीय धार्मिक यात्रा पर ले जाने तैयारियों में जुट गई है।
विगत 16 वर्षों से हर सीजन में श्रद्धालुओं को तीर्थ यात्रा कराकर छत्तीसगढ़ शासन के हाथों आइकॉन अवार्ड एवं केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के हाथों एक्सीलेंट टूर एंड ट्रेवल्स अवार्ड से सम्मानीत हो चुकी श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति अपने तीर्थयात्रा सेवा के कारवां में ग्रीष्म ऋतु में
16 मार्च से 10 जून तक पांच पालियों में त्रिपुर यात्रा सेवा समिति नेपाल (विदेश )की यात्रा पर ले जाने की पुनीत योजना बनाई है। जिसका पहला जत्था 16 मार्च को रवाना होगा जो श्रद्धालुओं को नेपाल की मंदिरों खूबसूरत वादियों का दीदार कराकर 25 मार्च को वापस पहुँचेगी । दूसरा जत्था 13 अप्रैल को रवाना होगी जो 22 अप्रैल को वापस पहुँचेगी। तीसरा जत्था 4 मई को रवाना होगी जो 13 मई को वापस पहुँचेगी। पावन यात्रा का चौथा जत्था 25 मई को शुरू होगी जो 3 जून को लौटेगी। पांचवा व अंतिम जत्था एक जून को रवाना होकर श्रद्धालुओं को नेपाल की मंदिरों खूबसूरत वादियों का दीदार कराकर 10 जून को वापस लौटेगी। भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बनी से यात्रा प्रारंभ होगी जो काठमांडू में भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग जैसा महत्व रखने वाले पशुपतिनाथ पहुंचेगी। दर्शन उपरांत जत्था मनोकामना देवी मंदिर में शीश नवाएगी। तत्पश्चात झीलों की नगरी पोखरा ,सति रिवर की विहंगम दृश्य का जत्था दीदार करेगी।
विंध्यवासिनी मंदिर ,गुप्तेश्वर महादेव ,फिवरलेक ,काठमांडू दरबार ,क्षेवल फाल ,बुद्ध स्तूप ,शम्भूनाथ मंदिर ,बुद्धा नीकंठ,भक्तपुर ,शांघा का दीदार कराते हुए भारत की यात्रा सीमा गोरखपुर के प्रसिद्ध मंदिर में यात्रा का विराम होगा ।
इस अविस्मरणीय पर्यटन, तीर्थयात्रा में छत्तीसगढ़ ,मध्यप्रदेश ,महाराष्ट्र, बिहार,झारखंड के 25 से 85 वर्ष आयु के शिवभक्त परिवार शामिल होंगे व अपने जीवनकाल मे पहली बार नेपाल की खूबसूरत वादियों का लुफ्त उठा विश्वप्रसिद्ध मंदिरों में दर्शन लाभ प्राप्त कर अपना जीवन धन्य बनाएंगे। इस पावन यात्रा के लिए श्रद्धालुओं ने अभी से 40 फीसदी से अधिक बुकिंग करा ली है। श्रद्धालुगण यात्रा की बुकिंग एवं अधिक जानकारी के लिए श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति के मो.न.7247411411 में संपर्क कर सकते हैं। अथवा आधिकारिक वेबसाईट www.tripuryatra.com से ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं।
2 मैनजर ,5 कुक की टीम पूरे यात्रा के दौरान रखेगी ख्याल
नेपाल पर्यटन तीर्थयात्रा 2 मैनेजर 5 कुक की टीम पूरे यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ख्याल रखेगी । 5 कुक सुबह शाम श्रद्धालुओं को सुपाच्य नाश्ता परोसेंगे। श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति की शानदार व्यवस्थाओं के चलते यात्रियों को घर से बाहर घर जैसा खाना मिलेगा। समिति द्वारा जहां गोरखपुर तक ट्रेन के स्पेशल कोच से तो गोरखपुर से सम्पूर्ण नेपाल यात्रा एसी सुपर डीलक्स टूरिस्ट बस के जरिए कराई जाएगी। हर धार्मिक स्थलों में होटल बस की सारी सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। यूँ कहें जहां से यात्रा प्रारंभ होगी यात्रा की वापसी तक की सम्पूर्ण व्यवस्था त्रिपुर तीर्थयात्रा सेवा समिति कराएगी।
यूनेस्को द्वारा संरक्षित विश्व प्रसिद्ध मंदिर लुम्बिनी ,पशुपतिनाथ के दर्शन ,पोखरा की झीलों, एवरेस्ट के मनोहारी पर्वत मोहेगा मन
श्रद्धालुओं को पूरे यात्रा के दौरान कुछ खास अनुभव भी मिलेंगे । इनमें यूनेस्को के टॉप 10 विश्व प्रसिद्ध स्मारक में शामिल किए गए भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी का दर्शन लाभ से श्रद्धालु बेहद उत्साहित नजर आएंगे।नेपाल आने का मुख्य उद्देश्य हर भारतीय का विश्व प्रसिद्ध भगवान पशुपतिनाथ के मंदिर में शीश नवाकर जीवन को धन्य बनाने की रहती है। भारत में स्थित भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंगों के समान महत्व वाले पशुपतिनाथ ,मनोकामना देवी मंदिर की संध्या आरती में शामिल होकर मानो सीधे आत्मा का परमात्मा से जुड़ाव हो गया जैसी अनुभूति भक्तों को प्राप्त होगी। दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत माउंट एवरेस्ट को आंखों के सामने देखने का ख्वाब हर किसी का होता है। पर्यटकों की यह लालसा नेपाल जाकर पूरी हो जाएगी। झीलों की नगरी पोखरा की खूबसूरत वादियां पर्यटकों को रोमांचित करेगी । इस तरह पूरे तीर्थयात्रा के दौरान आस्था के साथ उल्लास माहौल बना रहेगा।