कोरबा। तेंदूपत्ता खरीदी बिक्री में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले फड़ मुंशी काफी लम्बे समय से अपनी मांगों को लेकर सरकार से आग्रह करते आ रहे है। एक बार फिर कटघोरा वन मण्डल के तेंदूपत्ता फड़ मुंशी संघ छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार द्वारा चुनाव के समय किये गए वादे को याद दिलाने व अपनी मांगों को लेकर 17 अप्रैल से तीन दिवसीय हड़ताल पर चला है। वही मांग पूरी न होने पर प्रदेशव्यापी जन आंदोलन के रूप में अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन की चेतावनी भी दी।
मुंशियों का कहना है कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने 2018 की चुनावी घोषणा पत्र में फड़ मुंशी को प्रति माह 1000 हजार रुपए कमीशन को छोडक़र अपनी सरकार आने पर देने का वादा किया था, लेकिन आज कांग्रेस सरकार को लगभग साढ़े चार साल पूरे होने को है। आज तक किये गए वादे को अमल में नही लाया गया है। जबकि फड़ मुंशी सन 1988-1989 से कार्य करते आ रहे है और सरकार की योजनाओं को संग्राहक तक पहुंचाने का काम करते है। फड़ मुंशी संघ ने मांग की है कि फड़ मुंशियों की प्रति वर्ष नियुक्ति व 10, 12 वीं की अनिवार्यता को समाप्त कर अनुभवी को प्राथमिकता दिया जाए। यदि उनकी मांगों पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो तीन दिवस के बाद प्रदेशव्यापी जनआंदोलन के रूप में सामने आएंगे और फड़ मुंशी संघ अपनी मांगों पर सडक़ पर डटा रहेगा। जिला उपाध्यक्ष, फड़मुंशी संघ पदाधिकारियों ने बताया कि फड़ मुंशी शासन की योजनाओं को लेकर काम करते आ रहे है । कांग्रेस सरकार ने वादा किया था कि वो उनकी मांगों के तरफ ध्यान देगी लेकिन वो अपना वादा भूल गई है। जब तक उनकी मांगे पूरी नही होती उनका आंदोलन जारी रहेगा।