रायपुर। जिले के एक कुएं को साफ किया जा रहा था। तभी अचानक दीवार पर एक आकृति दिखाई दी। ऊपर की ओर लंबी पूंछ थी, हाथ पैर दिख रहे थे, वैसे ही जैसे भगवान बजरंग बली के होते हैं। इसके बाद भीड़ जय श्री राम के नारे, लगाने लगी। तस्वीरें खींचने लगी। सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल हुईं और मंदिर में लोगों की भीड़ लग गई। शनिवार को इसी वजह से मंदिर में विशेष पूजन का कार्यक्रम किया गया।
इस स्वरूप में बावली के भीतर दिखी आकृति।
मामला रायपुर के पुरानी बस्ती स्थित बावली वाले हनुमान मंदिर से जुड़ा है। इस मंदिर के नाम के पीछे भी आस्था से जुड़ी मान्यताएं हैं। क्षेत्र के पार्षद जितेंद्र अग्रवाल ने बताया कि करीब 100-150 सालों से इस मंदिर की बावली की सफाई नहीं हाे पाई थी, हमने इसकी सफाई करवाई तो भीतर बावली( कुएं का बड़ा रूप) की दीवार पर वानर स्वरूप की आकृति दिखी, अब इस वजह से मंदिर में भक्त पहुंच रहे हैं। शनिवार को सुबह 4 बजे से लोगों का तांता मंदिर में लगता रहा।
प्रमोद दुबे ने किए दर्शन
रायपुर नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे भी मंदिर परिसर में पहुंचे और बावली में नजर आ रही भगवान बजरंगबली की आकृति को प्रणाम किया। शनिवार को चूंकि भगवान परशूराम की जयंती और अक्षय तृतिया का त्योहार भी रहा, मंदिर में भगवान बजरंग बली की दोपहर के वक्त विशेष आरती की गई और मंदिर आ रहे लोगों को प्रसाद बांटा गया।
बावली की पूजा की गई।
क्यों कहा जाता है बावली वाले हनुमान मंदिर
रायपुर शहर में कुएं करीब-करीब खत्म हो चुके हैं। पुरानी बस्ती का मंदिर इकलौता ऐसा मंदिर है, जहां प्राचीन बावली है। बताया जाता है कि ये करीब 500 साल पुरानी बावली है। शुरुआत में जब पानी के स्त्रोत के लिए इस जगह पर खुदाई की गई तो भगवान बजरंग बली की तीन प्रतिमाएं निकलीं, इनमें से एक प्रतिमा बावली के बगल में ही स्थापित की गई है। इसी मंदिर का नाम बावली वाले हनुमान है, जहां फिर से बावली में आकृति दिखी है, दूसरी प्रतिमा तीन किलोमीटर दूर दूधाधारी मठ में और तीसरी पांच किलोमीटर दूर गुढ़ियारी इलाके के मच्छी तालाब के किनारे स्थापित की गई है, ये शहर के पुराने मंदिर हैं, जहां हर मंगलवार को सैंकड़ों भक्त दर्शन करने पहुंचते हैं।
बावली में कछुए भी रहते हैं।
सपने में दिए थे भगवान ने दर्शन, प्रचलित हैं कई रोचक मान्यताएं
पुरानी बस्ती के नागरीदास मठ और जैतूसाव मठ के बीच 600 साल से भी अधिक पुरानी बावली वाले हनुमान मंदिर के सेवक देवेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां मौजूद भगवान के प्रति लोगों में गजब की आस्था है, मंदिर आने वाले श्रद्धालू खुद अपने अनुभवाें के बारे में कहते हैं कि यहां दर्शन के बाद उनकी मनोकामनाएं पूरी हुई हैं।