हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। सहायक शिक्षक से प्रधानपाठक प्राथमिक शाला के पद पर पदोन्नत शिक्षकों की पदांकन (पदस्थापना)अतंतः मंगलवार से लंबी खींचतान के बाद शुरू हो गई। हालांकि पहले आवश्यक व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं हो पाने ,विलंब से प्रक्रिया शुरू होने की वजह 348 पदोन्नत प्रधानपाठकों के काउंसलिंग की जगह 150 शिक्षकों की ही काउंसलिंग पूरी हो सकी। साथ ही काउंसलिंग के दौरान कुछ शिक्षकों ने पद रिक्तता के बावजूद संस्था से बाहर के व्यक्ति को पदस्थ किए जाने सहित तमाम विसंगतियों पर हंगामा किया।शिक्षा विभाग ने ऐसे विवादास्पद मामलों का बुधवार को निराकरण किए जाने को लेकर आश्वस्त किया। बुधवार को खबर लिखे जाने दोपहर 2 बजे तक काउंसलिंग की प्रक्रिया द्रुत गति से जारी रही।

यहां बताना होगा कि शिक्षा विभाग में सहायक शिक्षक एलबी ई /टी संवर्ग के शिक्षकों को प्रधानपाठक प्राथमिक शाला के रिक्त 1145 पदों पर पदोन्नति दी गई है। लेकिन तमाम विसंगतियों हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की वजह से आज पर्यन्त पदोन्नत प्रधानपाठकों का पदांकन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी थी। जिसकी वजह से विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था जहां प्रभावित हो रही ,वहीं पदोन्नत प्रधानपाठक आर्थिक एवं मानसिक रूप से परेशान रहे। इन सबके बीच हाईकोर्ट के आदेश एवं डीपीआई के दिशा निर्देशानुसार 25 मई से 27 मई तक जिला स्तरीय काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई ।


जिसमें जानकारी अनुसार हाईकोर्ट में अभ्यावेदन प्रस्तुत करने वाले 221 पदोन्नत प्रधानपाठकों को इस प्रक्रिया से बाहर रख शेष 924 पदोन्नत प्रधानपाठकों की पदांकन के लिए पूरी पारदर्शिता के साथ काउंसलिंग की जानी है। लेकिन पहले दिवस काउंसलिंग की प्रक्रिया आधी अधूरी तैयारी एवं अन्य विसंगतियों की वजह से हंगामे की स्थिति निर्मित रही। पहले दिन 353 पदोन्नत प्रधानपाठकों (306 महिला एवं 42 दिव्यांग ) की पदांकन हेतु काउंसलिंग की जानी थी। विद्युत गृह क्रमांक -1 सीएसईबी कोरबा पूर्व में काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू की गई ,लेकिन एक कमरे में 350 शिक्षकों की काउंसलिंग करने ,नाश्ते भोजन पानी के ,महिला पुलिस के अभाव से लेकर तमाम अव्यवस्थाओं के बीच शुरू हुई काउंसलिंग में पहले दिन दिव्यांग पदोन्नत प्रधानपाठकों सहित 150 शिक्षकों की ही काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी हो सकी।

जिसे लेकर दूर दराज से आए महिला शिक्षकों ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। काउंसलिंग में निजी स्वार्थ के लिए पुनः नियमों की अनदेखी के भी गम्भीर आरोप लगे। काउंसलिंग के बाद बाहर निकलीं पदोन्नत महिला प्रधानपाठकों ने डीपीआई के गाइडलाइंस के विपरीत जाकर पदस्थ संस्था में पद रिक्त होने के बावजूद अन्य संकुल ब्लॉक के अन्य पदोन्नत प्रधानपाठकों को पदस्थ किए जाने उन्हें विद्यालय से बाहर पदस्थ करने के मामले में नाराजगी जाहिर की।

ऐसे प्रधानपाठकों ने लेन देन का भी आरोप लगा न्याय के लिए हाइकोर्ट की रुख करने की बात कही। दिन भर नेतानुमा लोगों का काउंसलिंग कक्ष के बाहर जमावड़ा लगा रहा, हालांकि जिला शिक्षा अधिकारी जीपी भारद्वाज ने पूरी पारदर्शिता के साथ हाईकोर्ट के आदेश डीपीआई के निर्देशानुसार काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी किए जाने की बात कही। जिन प्रकरणों में चूकवश विवादास्पद स्थिति निर्मित हुई है ऐसे प्रधानपाठकों के आवेदन पर बुधवार को ही नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई किए जाने की बात कही है। हालांकि काउंसलिंग की ये पूरी प्रक्रिया 3 दिनों में पूरा होता नजर नहीं आ रहा,अधिकारियों ने प्रक्रिया एक दो दिन आगे बढ़ने की बात कही है ।

प्रधानपाठकों की सुनें 👇
पद रिक्त होने के बावजूद नहीं दी पदस्थापना , न्याय के लिए जाऊंगी हाईकोर्ट

काउंसलिंग में नियमों की अनदेखी की जा रही। मेरे विद्यालय में पद रिक्त होने के बावजूद मेरी जगह अन्य प्रधानपाठक की पदस्थापना कर दी गई । जबकि नजदीकी अन्य स्कूलों में पद रिक्त थे। इस विसंगति के विरुद्ध न्याय के लिए हाईकोर्ट की शरण लूंगी।
स्वाति तिवारी ,पदोन्नत प्र.पा. शा. प्रा.शा.स्याहीमुड़ी
भ्रष्टाचार के लिए 30 किमी दूर के जूनियर को कर दिया पदस्थ, जाऊंगी हाईकोर्ट

काउंसलिंग में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार की गई है। मेरी संस्था में पद रिक्त होने के बावजूद मुझे पदस्थ न कर 30 किमी दूर पदस्थ जूनियर को पदस्थ कर दिया। इस विसंगति के विरुद्ध न्याय के लिए हाईकोर्ट की शरण लूंगी।
श्रीमती सुशील साहू ,पदोन्नत प्र.पा.शा,प्रा.शा .चैतमा
वर्जन
नियमानुसार हो रहा काउंसलिंग
हाईकोर्ट एवं डीपीआई के निर्देशों का पालन कर काउंसलिंग के माध्यम से पदोन्नत प्रधानपाठकों की पदांकन की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ पूरी की जा रही है। चूकवश कहीं विसंगतियाँ हैं उसे मौके पर ही निराकृत करेंगे। पहले दिन आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में विलंब हुआ देर से काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू हुई। बुधवार से सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली जाएंगी।
जीपी भारद्वाज, डीईओ