कोरबा रेलवे स्टेशन को अपग्रेड करने की कवायद शुरू ,3 करोड़ 55 लाख की लागत से 8 स्टेशनों के साथ विद्युत व्यवस्था का होगा कायाकल्प

कोरबा। रेल मंत्रालय द्वारा दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर मंडल के जिन 8 रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत मंजूरी दी, उस दिशा में अब काम शुरू कराने की तैयारी कर ली गई है। जिस काम से शुरुआत की जानी है, वह कोई बड़े अथवा नए प्रोजेक्ट के रूप में तो नहीं है, लेकिन स्टेशनों में वर्षों पहले कराए गए विद्युतीकरण के सामान्य काम से किया जाएगा। इसके लिए मंडल प्रबंधन ने 3 करोड़ 55 लाख 99 हजार 264 रुपए से सभी स्टेशनों में 6 माह की अवधि में काम पूरा कराएगा। यह काम करने के लिए संस्थाओं को आफर दिए हैं।

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर के उप मुख्य विद्युत अभियंता गति शक्ति के द्वारा कोरबा सहित चयनित स्टेशनों में विद्युत से जुड़े सामान्य कार्य कराने के लिए निविदा की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस काम को करने वाली संस्था अथवा फर्म को निविदा में भाग लेने कहा गया है। जिसमें17 मई तक निविदाकार दी गई शर्तों के आधार पर भाग ले सकेंगे। निविदा में सबसे कम राशि भरने वाले फर्म अथवा संस्था को काम करने रेलवे अनुबंधित करेगा। यह निविदा 17 मई को ही शाम पौने 4 बजे मंडल मुख्यालय बिलासपुर में खोली जाएगी। अनुबंधित संस्था को विद्युत के सामान्य काम को 6 माह के अंदर पूरा करना होगा। ई-निविदा दस्तावेज, पात्रता मानदंड और उपरोक्त कार्य के लिए वेबसाइट को देख सकते हैं।

मंडल के ये स्टेशन होंगे विकसित

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर मंडल में आने वाले 8 स्टेशनों में कोरबा, चांपा, नैला-जांजगीर, अकलतरा, बाराद्वार, उसलापुर, बेलपहाड़ व रायगढ़ शामिल हैं। इन स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकसित किया जाएगा। इसके लिए पहले चरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। रेलवे सूत्रों की मानें तो आगे और काम कराए जाएंगे।

कोरबा में ये यह काम कराए जाने की है जरूरत

प्लेटफार्म पर शेड का विस्तार, पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था, प्लेटफार्म नंबर एक का विस्तार, पार्किंग एरिया को व्यवस्थित करने, सेकेंड एंट्री पर यात्री सुविधाओं को विकसित करने, प्लेटफार्म नंबर 2-3 को यात्री ट्रेनों के लिए रिजर्व रखने व वहां साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने, प्लेटफार्म पर बुजुर्ग व बीमार यात्रियों व उनके परिजनों के लिए ई-रिक्शा की व्यवस्था देने सहित सौंदर्यीकरण के काम कराए जाने की जरूरत है।