दूसरे राज्यों का अध्ययन कर कुलपतियों ने सौंपी रिपोर्ट, कॉलेज खुलने पर फैसला जल्द

दी गई हैं दिसंबर के तीसरे सप्ताह से लेकर जनवरी अंत तक की तारीखें, सैद्धांतिक पाठ्यक्रम लगभग पूर्ण, अब चिंता प्रायोगिक की

रायपुर. प्रदेश में विश्वविद्यालय और महाविद्यालय कब से खुलेंगे, इस विषय पर फैसला जल्द ही हो सकता है। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की एक समिति बनाई गई थी। इस समिति को प्रदेश में उच्च शैक्षणिक संस्थान खोले जाने के संदर्भ में अपनी रिपोर्ट सौंपनी थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, कमेटी द्वारा अपनी रिपोर्ट सौंपी जा चुकी है। अब किस तारीख से संस्थान खोले जाएंगे, यह फैसला उच्च शिक्षा विभाग को करना है। कमेटी को उन तिथियों के विकल्प देने कहे गए थे, जिनमें संस्थान खोले जा सकते हैं। कॉलेज खोले जाने के बाद किस तरह की व्यवस्थाएं होंगी, सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किस तरह से कराया जाएगा, इस पर भी अपने विचार देने थे। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, रिपोर्ट में पहले प्रायोगिक विषयों तथा अंतिम वर्ष-सेमेस्टर की कक्षाएं शुरू करने पर जोर दिया गया है। दिसंबर के तीसरे सप्ताह से लेकर जनवरी अंत तक कई तारीखें कुलपतियों ने अपनी रिपोर्ट में दी हैं।

प्रदेश की स्थिति पर भी सुझाव देश के अन्य राज्यों में जहां कॉलेज खुल चुके हैं, वहां की स्थिति का अध्ययन कमेटी द्वारा किया गया है। दूसरे राज्यों की स्थिति क्या थी, जब संस्थान खोले गए तब कितने एक्टिव केस थे, कॉलेज खुलने के बाद किस तरह की समस्याएं आईं, जैसे बिंदुओं पर दूसरे राज्यों का मूल्यांकन किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति कैसी है? इन परस्थितियों में कॉलेज खोलना कितना सुरक्षित है? जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की गई है। सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद ही कमेटी द्वारा अपनी रिपोर्ट सौंपी गई है। हालांकि कमेटी ने कौन सी तारीखें उच्च शिक्षा विभाग को सौंपी है, यह अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। एक साथ शुरू नहीं होंगी सभी कक्षाएं समिति में शामिल सभी कुलपतियों ने अपने अध्ययन के मुताबिक तारीखें दी हैं। सभी कक्षाएं एक साथ नहीं शुरू की जाएंगी। पहले प्रायोगिक विषय के छात्रों को छोटे-छोटे बैच में बुलाने का सुझाव दिया गया है। – डॉ. अरुणा पल्टा, कुलपति, दुर्ग विवि, समिति सदस्य