छत्तीसगढ़ की बेटी याशी जैन ने रचा इतिहास,माउंट ऐवरेस्ट की सबसे ऊंची चोटी पर फहराया तिरंगा

रायपुर । छत्तीसगढ़ की पर्वतारोही याशी जैन ने नया कीर्तीमान स्थापित किया है। याशी ने माउंट एवरेस्ट फतह कर इतिहास रच दिया है। याशी जैन ने बुधवार सुबह करीब 5.45 बजे विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया।

माउंट एवरेस्ट फतह करने का उनका अभियान एक अप्रैल से शुरू हुआ था। उनका यह अभियान 45 दिनों तक चला। आखिरकार उन्होंने यह कारनामा कर दिखाया।

15 सदस्यीय टीम में वे छत्तीसगढ़ से एकमात्र पर्वतारोही थी। अभियान में जाने से पहले याशी जैन ने बताया कि इससे पहले वे एक बार और माउंट एवरेस्ट फतह करने निकली थी लेकिन खराब मौसम के कारण वे सफल नहीं हो सकी। मलाल दूर करने उन्होंने दोबारा चढ़ाई करने की सोची। याशी जैन छत्तीसगढ़ की पहली बिटियां है जिन्होंने तीन महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटी को फतह करके तिरंगा संग बेटी बचाओ का परचम फहराया है।

याशी जैन ने 14 फरवरी 2023 दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी पर माउंट अकंकागुआ 6961 मीटर पर फतह किया। दो अक्टूबर 2022 को माउंट किलिमंजारो 5896 मीटर पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की यह अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी है। माउंट एवरेस्ट के दौरान अभियान 2021 मे कैंप 8000 मीटर तक पहुंची। जनवरी 2021 में लोबुचे ईस्ट पीक 6119 मीटर पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की। जनवरी 2020 में आईलैंड पीक नेपाल 6189 मीटर पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की।

2019 में माउंट एल्ब्रस 5642 मीटर यूरोप की सबसे ऊंची चोटी, साल 2018 में हिमालयी क्षेत्र में 6116 मीटर ऊंची माऊंट जोगिन 3 चोटी पर चढ़ाई कर सफलता हासिल कर चुकी है। साहस भरे कारनामों के चलते उन्हे राज्यपाल द्वारा वीरांगना पुरस्कार, शहीद इंदिरा गांधी खेल पुरस्कार, तान्या पुरस्कार समेत कई बड़े पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी है।

गौरतलब है कि पर्वतारोही याशी जैन को माउंट एवरेस्ट फतेह के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुभकामनाएं दी थी।वहीं प्रोत्साहन राशि के रूप में पांच लाख रुपये देने की घोषणा की थी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने याशी द्वारा माउंट एवरेस्ट फतह के बाद वहां फहराए जाने वाले ‘भारतीय राष्ट्रीय ध्वज’ और ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ ध्वज का विमोचन भी किया था।