सरगबुंदिया में सांसत में जनता,कोल एडजस्टमेंट का कार्य कर रही नागपुर की फर्म को जनस्वास्थ्य , नियमों की नहीं परवाह,बिना पानी छिंडकाव दिन में कर रही कंपनियों के लिए कोयला लोडिंग ,धूल के गुब्बार से हुआ जीना मुहाल, कवरेज करने पर मीडिया कर्मियों से भी बदसलूकी पर उतरे ,क्षेत्रीय विधायक के अल्टीमेटम के बाद भी संचालन नहीं हुआ निरस्त ,आखिर किसका संरक्षण !देखें वीडियो ……

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । कोल एडजस्टमेंट की आड़ में अनाधिकृत कोल साइडिंग से कोयले की अफरातफरी के आरोपों में लिप्त नागपुर की फर्म संदेश एंड ट्रेडिंग कंपनी सरगबुंदिया में मनमानी एवं गुंडागर्दी पर उतर आई है। रेलवे प्रशासन के संरक्षण के पर्यावरण के सारे नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए दिन में सरगबुंदिया रेलवे स्टेशन से दिन में बिना पानी छिंडकाव किए बेरोकटोक कंपनियों की वाहनों में कोयला अनलोड किया जा रहा है। जिससे महज 10 मीटर की दूरी पर लगे बरपाली तुमान मुख्य मार्ग में आवागमन करने वाले दर्जनों गांवों के राहगीरों से लेकर समीपस्थ लगे बरपाली ,सलिहाभांठा ,डोंगरी भांठा के ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा। कंपनी की इस मनमानी को कैमरे में कैद कर शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराने वाले मीडियाकर्मियों से बदसलूकी धमकी तक में नागपुर की फर्म उतर आई है। जिससे आने वाले वक्त में किसी अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता।

साइडिंग में चल रहा कोयला लोडिंग

यहां बताना होगा कि अधिक से अधिक कोयला डिस्पैच करने का रिकार्ड बनाने के साथ ही साथ रेलवे का राजकोष भी तेजी से बढ़ रहा है। कोविड -19 से पहले जहां 34 -35 रैक कोयला रोजाना यहां से भेजा जाता था,अब उसकी संख्या बढ़कर 45 से 50 रैक तक पहुंच गई है। उसके बावजूद एसईसीएल की खदानों से निकलने वाले कोयला को लोडिंग पॉइंट (साइडिंग )से ले जाने वाली कंपनियां यहां मौजूद कर्मचारियों की मिलीभगत से मालगाड़ियों में क्षमता से अधिक कोयला परिवहन करने में लगे हैं। जिसे रोकने रेलवे के अधिकारी नाकाम साबित हुए हैं। इसके चलते उन्हें सरगबुंदिया रेलवे स्टेशन में अस्थाई कोल साइडिंग शुरू करना पड़ा । सरगबुंदिया में खुली अस्थाई कोल साइडिंग में नागपुर की फर्म संदेश एंड ट्रेडिंग कंपनी को कोल एडजस्टमेंट का कार्य रेलवे द्वारा दिया गया है। लेकिन सारे नियम कायदों को ताक में रखकर यह फर्म कंपनियों को कोयला आपूर्ति करने में जुटी है। कंपनी द्वारा पीएमजीएसवाय के प्रतिबंधित मार्ग पर आबादी ,बैंक आने आने वाले किसानों ,खरीदारी करने वाले ग्रामीणों ,स्कूली ,कालेज के बच्चों के सुरक्षा की परवाह न करते हुए बेरिकटोक दिनरात पावर एवं नॉन पावर सेक्टर की कंपनियों को कोयला आपूर्ति की जा रही। इससे हमेशा दुर्घटना का भय बना हुआ । पिछले 6 माह से इस कार्य को बंद कराने पुरजोर विरोध हो रहा लेकिन रेलवे जिला प्रशासन ने जन भावनाओं ,जनहित को नजरअंदाज कर कंपनी को मनमानी की खुली छूट दे रखी है। रविवार को हैरान करने वाला नजारा कोरबा प्रेस क्लब के सदस्य व युवा पत्रकार भुवनेश्वर महतो ने अपने कैमरे में कैद किया। जहां शाम करीब 6 बजे कोल एडजस्टमेंट का कार्य कर रही नागपुर की फर्म संदेश एंड ट्रेडिंग कंपनी सरगबुंदिया में ओवर लोड कोयला को कंपनियों को आपूर्ति करने अनलोडिंग का कार्य करा रही थी। कंपनी के कर्मी साइडिंग में बिना पानी का छिंडकाव किए यह कार्य कर रहे थे। जिससे महज 10 मीटर से लगे बरपाली-तुमान पीएमजीएसवाय मार्ग से सफर करने वाले बरपाली, सलिहाभांठा,डोंगरीभांठा,बंधवाभांठा
,पकरिया ,तुमान, सराईडीह , पठियापाली ,गांडापाली ,सुपातराई ,
ढोंढातराई ,लबेद के ग्रामीण असहज नजर आए। धूल का गुब्बार तेज हवाओं के साथ नजदीकी गांव सलिहाभांठा ,तहसील बरपाली ,डोंगरीभांठा की शांत स्वच्छ फिजाओं में घुल रहा था।

मार्ग से गुजरने वाले लोगों को घुटन सी होने लगी। इस नजारा को कैद कर रहे युवा पत्रकार प्रखर समाचार कोरबा के ब्यूरो प्रमुख जो ग्राम सलिहाभांठा के मूल निवासी हैं उनके नजदीक आकर कोल एडजस्टमेंट का कार्य कर रही नागपुर की फर्म संदेश एंड ट्रेडिंग कंपनी के एक युवक शानू जिसने अपना परिचय कंपनी के साइड इंचार्ज के रूप में बताते हुए वीडियो बनाने फ़ोटो खींचने से मना कर हम लोगों की पहुंच ऊपर तक है आप जो भी हो यह सब बंद करो वरना ठीक कर देंगे,जाओ गांव से जिसको जितने ग्रामीण लाना है ले आओ कहकर धमकी देने लगा। बावजूद युवा पत्रकार ने उसकी इन धमकियों की परवाह न कर जनहित में वीडियो बनाकर कलेक्टर एसपी को भेज ध्यान आकृष्ट करा दिया । युवा पत्रकार श्री महतो ने कहा है उनका परिवार गांव में निवासरत है और वे कोरबा में अस्थाई तौर पर निवास कर आना जाना करते हैं। उन्होंने कंपनी के कर्मियों की गुंडागर्दी की निंदा करते हुए खुद व परिजनों को कंपनी द्वारा नुकसान पहुंचाए जाने की आशंका जताई है।

क्षेत्रीय विधायक ननकीराम कंवर ने दिया था संचालन निरस्त करने अल्टीमेटम

16 मार्च को कलेक्टर संजीव झा को रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने पत्र लिखकर कोयला ढुलाई के लिए संचालित हो रहे रेलवे साइडिंग पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि निजी हित के लिए लोगों के जान-माल और स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां अनावश्यक दबाव पूर्वक साइडिंग संचालित किया जा रहा है। अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए जनहित को दरकिनार किया गया है। श्री कंवर ने कहा है कि उनके व ग्रामवासियों के द्वारा इसका कड़ा विरोध किया जाएगा।
किसी तरह की जनहानि व दुष्परिणाम के लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा।अल्टीमेटम के करीब ढाई माह बाद भी रेलवे जिला प्रशासन ने कोई सुध नहीं ली । सरगबुंदिया में कोल एडजस्टमेंट के नाम पर कोयले का इस तरह का ढेर जमा किया गया है कि अस्थाई कोल साइडिंग का शक्ल ले चुका है। भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व गृहमंत्री क्षेत्रीय विधायक ननकीराम कंवर रेलवे एवं जिला प्रशासन की हठधर्मिता से खासे नाराज हैं। वे कभी भी प्रभावित क्षेत्रवासियों के साथ सरगबुंदिया -बरपाली में व्यापक विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं।

दलालनुमा लोग सक्रिय,कर रहे मध्यस्थता ,लोगों में आक्रोश

अवैध कोल साइडिंग के स्थानीय कर्ता-धर्ता की तरफ से कुछ लोग मैनेज करने का काम कर रहे हैं। इनके द्वारा अधिकारियों सहित संबंधितों को गुमराह करने का काम बड़ी खूबी से अंजाम दिया जा रहा है। स्थानीय लोगों में इस तरह के काम करने वालों के प्रति नाराजगी व्याप्त है और इनके विरुद्ध शिकायत करने के साथ-साथ रंगे हाथ पकड़ने का मन बना रहे हैं।जनता सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन का मन बना रही।

हर 5 मिनट में फाटक बंद होने से पहले से ही जनता परेशान

कोरबा -चाम्पा रेल खण्ड के मध्य स्थित सरगबुंदिया रेलवे क्रासिंग में आरओबी नहीं होने की वजह से पहले से ही प्रत्येक 5 मिनट में फाटक बंद होने से जनता परेशान है। कोरबा रेल खण्ड से कोल ढुलाई के जरिए सर्वाधिक राजस्व अर्जित करने के बाद भी रेल प्रशासन की जन सुविधाओं को लेकर संजीदा नहीं है।