गृह मंत्री अमित शाह और सीएम ममता बनर्जी ( फोटो क्रेडिट- PTI)
कोलकाता:- पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले सूबे में जबरजस्त सियासी उठापटक चल रहा है. सीएम ममता बनर्जी को एक के बाद एक लगातार झटके लग रहे हैं. उनकी पार्टी से नेताओं का जाना लगातार जारी है. वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार से पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर जाएंगे. लेकिन उससे पहले सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) में इस्तीफे की झड़ी लगी हुई है. अल्पसंख्यक सेल में महासचिव कबिरुल इस्लाम, शुभेंदु अधिकारी, शीलभद्र दत्ता, जितेंद्र तिवारी के बाद कांथी से तृणमूल कांग्रेस विधायक बनसारी मैत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
तृणमूल कांग्रेस की विधायक बनासरी मैती कांति उत्तर से विधायक हैं. बनासरी मैती (Banasri Maity) के ऐलान के बाद एक बार फिर से राज्य की राजनीति गरमा गई है.
रिपोर्ट के अनुसार अभी भी टीएमसी के कई नेता पार्टी को छोड़ने का बन बना चुके हैं. जनवरी के कई नेता पार्टी को राम-राम कर सकते हैं. अमित शाह के 19 और 20 दिसंबर के दौरे के दौरान कुछ और नेताओं का भी इस्तीफा हो सकता है. वहीं ममता बनर्जी की पार्टी में बेचैनी बढ़ती जा रही है. बीजेपी ने इस बार के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. बीजेपी अब दावा कर रही है कि गले साल होने वाले चुनाव में भाजपा दो सौ से ज्यादा सीटें जीतकर सरकार बनाने जा रही है. जो ममता सरकार के लिए बड़ा टेंशन है.
गौरतलब हो कि पश्चिम बंगाल में कुल 294 विधानसभा सीटें हैं. वर्ष 2016 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस ने 219 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत से लगातार दूसरी बार सरकार बनाई थी. कांग्रेस को तब 23,लेफ्ट को 19 और बीजेपी को 16 सीटें हासिल हुई थीं। अगले साल 2021 में अप्रैल से मई के बीच चुनाव होने की संभावना है. लेकिन लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मिली जीत ने बीजेपी के उत्साह में जोश भर दिया है और बीजेपी मिशन बंगाल में जुट गई है.