नियमितीकरण की मांगों को लेकर 3500 संविदा कर्मचारी गए बेमियादी हड़ताल पर ,कोरबा में सेवाएं रही बाधित ,काली पट्टी ,हाथों में मेहंदी लगा ,अभी करो अर्जेंट करो हमको पर्मानेंट करो के लगाए नारे

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। पिछले साढ़े 4 वर्षों से नियमितीकरण की आश लगाए बैठे संविदा कर्मचारियों के सब्र का बांध टूट गया है
चुनावी वर्ष में सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले प्रदेशव्यापी आव्हान पर संविदा कर्मचारी सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। जिले में भी सभी 33 विभागों के साढ़े 3 हजार से अधिक कर्मचारी हड़ताल में चले गए। पहले दिन धरना स्थल आईटीआई तानसेन चौक में काली पट्टी लगाकर कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया।अभी करो अर्जेंट करो हमको पर्मानेंट करो के नारों के साथ संविदा कर्मचारियों ने अपनी आवाज बुलंद की
संविदा कर्मचारियों के हड़ताल से विभागों से मिलने वाले अति आवश्यक व महत्वपूर्ण सेवाएं बाधित रहीं ।

नियमितीकरण की एक सूत्रीय मांग को लेकर प्रदेश के लाखों संविदा कर्मी दशकों से संघर्षरत हैं। जन घोषणा पत्र में नियमितीकरण के मुद्दे शामिल किए जाने से संविदा कर्मचारियों में नियमितीकरण की आशा जगी थी । लेकिन सत्ता में आने के बाद नियमितीकरण नहीं होने से संविदा कर्मचारी ठगा सा महसूस कर रहे हैं। 5 माह बाद प्रदेश में एक और पंचवर्षीय कार्यकाल के लिए सरकार का गठन होगा। लिहाजा विधानसभा चुनाव से पूर्व सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा संविदा कर्मचारियों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया है। कोरबा जिले में भी सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले कर्मचारियों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया । संघ के जिलाध्यक्ष मित्रेश शर्मा,जिला संयोजक संजू जायसवाल के नेतृत्व में स्थल आईटीआई तानसेन चौक में काली पट्टी लगाकर कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया।अभी करो अर्जेंट करो हमको पर्मानेंट करो के नारों के साथ संविदा कर्मचारियों ने अपनी आवाज बुलंद की।


संविदा कर्मचारियों के हड़ताल से विभागों से मिलने वाले अति आवश्यक व महत्वपूर्ण सेवाएं बाधित रहीं । संविदा कर्मचारियों के हड़ताल से शिक्षा ,स्वास्थ्य ,महिला एवं बाल विकास विभाग ,खाद्य विभाग ,जिला पंचायत , पीएमजीएसवाय ,पीडब्ल्यूडी सहित लगभग 33 विभागों के आवश्यक अति आवश्यक सेवाएं प्रभावित हो रही। विधानसभा का अंतरिम मानसून सत्र के लिए प्रश्न लगने लगे हैं। जिसका समय पर जवाब तैयार कर विभाग को भेजने की परेशानी बढ़ जाएगी। स्वास्थ्य विभाग में एनएचएम ,आईसीटीसी,एआरटी,ओएसटी,एसएनसीयू,टीबी ,एनआरसी,फिजियोथेरेपी,दंत चिकित्सा विभाग ,मानसिक रोग कार्यक्रम,गैर संचारी रोग जैसे कार्य 673 कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से प्रभावित हो रही हैं। संविदा कर्मचारियों ने सरकार को जगाने ध्यान आकृष्ट कराने प्रतिदिन नए नए तरीकों से विरोध प्रदर्शन की बात कही है।