हसदेव एक्सप्रेस न्यूज रायपुर-कोरबा (भुवनेश्वर महतो) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 7 जुलाई को छत्तीसगढ़ प्रवास पर आ रहे। वे राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ की जनता को 7500 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों की सौगात देंगे। लेकिन छत्तीसगढ़ में पीएम मोदी ड्रीम प्रोजेक्ट जल जीवन मिशन को भ्रष्टाचार की सेंध लग चुकी है। न केवल तकिनीकी मापदंडों गुणवत्ता में खामियां हैं वरन तय मियाद में कोई भी योजनाएं पूर्ण नहीं हो पा रहीं। आलम यह है कि जहां मिशन संचालक जल जीवन मिशन ने 2 हजार 201 करोड़ 74 लाख की लागत से स्वीकृत 2 हजार 901 कार्य लटकाने वाले प्रदेश के 40 फर्मों को जल जीवन मिशन अंतर्गत कार्यों की अत्यंत धीमी प्रगति एवं अमानक स्तर के कार्यों के सम्पादन के लिए नोटिस जारी कर पंजीयन रद्द कर ब्लैक लिस्टेड करने अल्टीमेटम देकर स्पष्टीकरण मांगा था।वहीं कोरबा ,अंबिकापुर ,महासमुंद ,बलरामपुर जशपुर सहित विभिन्न जिलों से सैकड़ों फर्मों को दी गई नोटिस भी कागजी औपचारिकता साबित हुई। योजना अधूरे हैं जनता भीषण गर्मी में प्यासी रह गई। केंद्रीय योजनाओं की हो रही जमकर फजीहत का नुकसान आसन्न आम चुनावों में भुगतना न पड़े इसको लेकर बीजेपी भी अब एक्शन मोड में है ऐसे में केंद्रीय योजना जल जीवन मिशन में व्याप्त खामियों की शिकायत पीएम मोदी तक किए जाने के आसार हैं। जांच हुई तो देश प्रदेश के नामचीन फर्म से लेकर जिम्मेदार अधिकारी रडार में आएंगे।
यहां बताना होगा कि हर घर जल के नारों के साथ पीएम मोदी की मंशानुरूप ग्रामीणों को उनके घरों तक घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से जलापूर्ति करने जल जीवन मिशन की शुरुआत की गई है।ताकि माताओं बहनों को पेयजल के लिए मजबूरन हैण्डपम्प ,तालाब ,कुंआ ,नहर व अन्य जल स्रोतों तक जाने मशक्कत न करनी पड़े। सुरक्षित व गौरवपूर्ण जीवन जी सकें।लेकिन योजना में तमाम दिक्कतों की वजह से इसकी मियाद बढ़ती रही। अब छत्तीसगढ़ को जल जीवन मिशन की योजना मार्च 2024 तक पूर्ण करने का लक्ष्य दिया गया है। लेकिन शुरुआती दौर से ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी जल जीवन मिशन की योजना छत्तीसगढ़ में सिसक रही है। मिशन संचालक जल जीवन मिशन ने 2 हजार 201 करोड़ 74 लाख की लागत से स्वीकृत 2 हजार 901 कार्य लटकाने वाले प्रदेश के 40 फर्मों को जल जीवन मिशन अंतर्गत कार्यों की अत्यंत धीमी प्रगति एवं अमानक स्तर के कार्यों के सम्पादन के लिए नोटिस जारी कर पंजीयन रद्द कर ब्लैक लिस्टेड करने अल्टीमेटम देकर स्पष्टीकरण मांगा था। वहीं कोरबा ,अंबिकापुर ,महासमुंद ,बलरामपुर
जशपुर सहित विभिन्न जिलों से सैकड़ों फर्मों को दी गई नोटिस भी कागजी औपचारिकता साबित हुई। केंद्रीय योजनाओं की हो रही जमकर फजीहत का नुकसान आसन्न आम चुनावों में भुगतना न पड़े इसको लेकर बीजेपी भी अब एक्शन मोड में है ऐसे में केंद्रीय योजना जल जीवन मिशन में व्याप्त खामियों की शिकायत पीएम मोदी तक किए जाने के आसार हैं। जांच हुई तो देश प्रदेश के नामचीन फर्म से लेकर जिम्मेदार अधिकारी रडार में आएंगे
देखें जिलेवार किन किन फर्मों को दी गई नोटिस 👇
कोरबा में 32 को नोटिस 3 के कार्य निरस्त
सोलर आधारित नल जल प्रदाय योजना के कार्यों में विलंब करने ,कार्यादेश के बाद भी कार्य प्रारंभ नहीं करने ,रेफ़्रोफिटिंग नल जल प्रदाय योजना के कार्यों को पूर्ण करने 32 फर्मों को एसडीओ कोरबा उपखंड द्वारा मार्च 2023 में नोटिस जारी किया गया था।
मेसर्स ओम साईं एसोसिएट्स कोरबा,मेसर्स एम.आर.कन्स्ट्रक्शन कोरबा,मे.ओम बिल्डकॉन बिलासपुर ,मे.शारदा इंजीनियरिंग वर्क्स ,मेसर्स ओम बोरवेल्स ,मेसर्स विनायक इंफ्रास्ट्रक्चर,मेसर्स एस के इंटरप्राइजेस कोरबा,मेसर्स गणेशा कंस्ट्रक्शन कोरबा,मेसर्स अभिनव कंसट्रक्शन,मेसर्स राजीव कुमार राय ,मेसर्स गंगा पाठक मेसर्स नन्दकिशोर ट्रेडर्स,जयनारायण यादव,मेसर्स गरिमा ट्रेडर्स,मेसर्स मोनाच ग्रुप ,मेसर्स प्रगति कंसट्रक्शन,मेसर्स ओम इलेक्ट्रिकल्स एण्ड मेकेनिकल ,मेसर्स प्रताप सिंह यादव,मे.सुखनंदन प्रसाद साहू ,मेसर्स सक्षम मेकांन ,मेसर्स विनोद अग्रवाल ,मनोज कुमार अग्रवाल,मेसर्स अदिति बोरवेल्स,मेसर्स अजीत कंसट्रक्शन,मेसर्स मदयंती एसोसिएट्स ,मेसर्स रेखचंद अग्रवाल,मेसर्स शुभदा ट्रेडर्स,मेसर्स कान्हा कंसट्रक्शन एण्ड सप्लायर ,मेसर्स दीपक वाजपेयी , मेसर्स कैलाश प्रसाद अग्रवाल ,मेसर्स सुमन इंटरप्राइजेस ,उषा ट्रेड लिंक एवं मेसर्स साईं ट्रेडर्स कोरबा शामिल है। जल जीवन मिशन के कार्यों को निर्धारित 9 माह की समयसीमा में पूर्ण नहीं करने पर अनुबंध की कंडिका क्र.03 ( A,C) के तहत ई ई ने 3 फर्मों का अनुबंध निरस्त करते हुए निविदा की शर्तों के अनुसार जमा जमानत राशि शासन के पक्ष में राजसात करते हुए अनुबंध निरस्त कर दिया है। पुनः निविदा रिस्क एंड कॉस्ट पर आमंत्रित करने में लागत राशि अधिक आने पर अंतर की राशि सम्बंधित फर्मों से वसूल की जाएगी। जिन फर्मों का कार्य निरस्तीकरण आदेश जारी किया गया है उनमें मेसर्स अजीत कंसट्रक्शन ,मेसर्स ओम साईं एसोसिएट्स एवं मेसर्स पीहु इंटरप्राइजेस शामिल हैं।
महासमुंद में 18 फर्म को कार्य निरस्तीकरण की नोटिस
महासमुंद जिले में 24 फर्म को कार्यपालन अभियंता पीएचई सह सदस्य जल जीवन मिशन ने कार्य में अत्यधिक विलम्ब,तय मियाद में कार्य प्रारंभ नहीं करने के लिए 4 मई 2023 को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांग कार्य निरस्तीकरण की चेतावनी दी थी। इनमें मे.क्वालिटी कांट्रेक्टर सर्विस नर्मदा पारा स्टेशन रोड रायपुर,मे.फिरोज खान ,मे.आर. एस .इंफ्रा ,मे.मिथिला बिल्डकॉन,मे.के.के.कंस्ट्रक्शन,मे.गौरव सिविल कांट्रेक्टर ,मे.एस. के.एल.इन्फ्रा, मे.निमाई विश्वास ,मे.ब्रिज कंस्ट्रक्शन
, मे.मोतीलाल साहू ,मे.वाय .टू.के .
कंस्ट्रक्शन,मे.आर .एस. इन्फ्रा ,मे.के. के .
कन्स्ट्रक्शन,मे.शिवम
कंस्ट्रक्शन, मे.बालाजी ट्रेडर्स ,मे.आर .डी.कंस्ट्रक्शन,मे.बालाजी कंस्ट्रक्शन,एवं मे.विवेक कुमार कौशिक शामिल हैं।
अंबिकापुर में महज 5 फर्म को नोटिस
अंबिकापुर में 5 फर्म को कार्यपालन अभियंता पीएचई सह सदस्य जल जीवन मिशन ने कार्य में विलम्ब के लिए नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था।भुगतान रोकने की चेतावनी दी थी। इनमें
अभिषेक पांडेय बस स्टैंड बन्दना कोट सीतापुर ,मे.मारुति कंस्ट्रक्शन अंबिकापुर ,राजेन्द्र पोदद्दार मनेंद्रगढ़ ,मे. ज्योति इलेक्ट्रॉनिक्स कटघोरा,जिला कोरबा एवं मे.सतेंद्र सिंह अम्बिकापुर शामिल हैं।
बलरामपुर में 24 फर्म को थमाया गया नोटिस
बलरामपुर में 24 फर्म को कार्यपालन अभियंता पीएचई सह सदस्य जल जीवन मिशन ने कार्य में विलम्ब के लिए नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था।इनमें मे.संजीव कुमार गुप्ता,मे.श्री शिवशक्ति कंस्ट्रक्शन ,मे.शिवशक्ति बोरवेल्स ,मे.शंकर रॉय, मे.बंशीधर गुप्ता,मे.सुरेश कुमार अग्रवाल, मे.भरत इंटरप्राइजेस,मे.सतेंद्र सिंह,मे.प्रदीप कुमार चिकारा, मे.मां महामाया कंस्ट्रक्शन,मे.धनंजय तिवारी,मे.विकास मित्तल,मे.साक्षी कंस्ट्रक्शन ,मे.नितेश दुबे,मे.योगेश जायसवाल ,श्री अनिल कुमार सिंह,मे.शिवशक्ति बोरवेल्स,मे.शिवम कुमार दसौंधी ,मे.सिद्धनाथ चौबे बलरामपुर , नीतेश दुबे अम्बिकापुर, माँ महामाया कंस्ट्रक्शन रामानुजगंज ,मे.संजीव कुमार गुप्ता बलरामपुर,द्वारिका प्रसाद गुप्ता बलरामपुर एवं राम ट्रेडर्स शामिल हैं।
जशपुर में स्थानीय से लेकर बिहार के 22 फर्मों को नोटिस
जशपुर में 22 फर्म को कार्यपालन अभियंता पीएचई सह सदस्य जल जीवन मिशन ने कार्य में विलम्ब के लिए निविदा निरस्त करने नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था।इनमें मे.गोयल बोरवेल्स बिश्रामपुर ,मे.व्ही. व्ही. कंस्ट्रक्शन जशपुरनगर ,मे.विनोद कुमार मिश्रा जशपुर, मेसर्स अभय कंस्ट्रक्शन जशपुर ,मे.मनीष अग्रवाल लुड़ेग,मे.विष्णुशंकर ओझा भोजपुर बिहार,मे.जी एंड जी कंस्ट्रक्शन जांजगीर चाम्पा,मे.छत्तीसगढ़ इंजीनियरिंग जशपुर,मे.युवराज सिंह बाबरा ,मे.अनिल चौरसिया बस स्टैंड जशपुर नगर ,मे.एमडी सोनाउल आजाद मोहल्ला कुनकुरी,मे.धनंजय कुमार ग्रीन सिटी कालोनी रायगढ़ ,मे.मेपल डिजाईन पाठक कालोनी जशपुर नगर ,मे.उदय कंस्ट्रक्शन,मे.सुधाकर ओझा भोजपुर बिहार,मे.उत्तम कुमार अग्रवाल अम्बिकापुर, मे.आरपी भोजनावाला,मे.सतेंद्र सिंह जशपुर,मे.शुभम जिंदल बगीचा,मे.रितेश कुमार बजाज कुनकुरी,मे.मां गंगा कंस्ट्रक्शन जशपुर नगर ,मे.गौरव कुमार यादव कंडोरा जशपुर शामिल हैं।
मिशन संचालक ने 40 फर्मों को थमाया था नोटिस 👇
मिशन संचालक जल जीवन मिशन आलोक कटियार ने 17 फरवरी 2023 को 40 फर्मों को ब्लैक लिस्टेड करने कारण बताओ नोटिस जारी किया था । सभी फर्मों द्वारा एक से अधिक जिलों में 2 हजार 201 करोड़ 74 लाख की लागत से स्वीकृत 2 हजार 901 कार्य लिए गए हैं।
जारी नोटिस में 4 से 8 महीनों से कार्य बंद रखने ,चालू कार्यों में सामानुपातिक प्रगति नहीं होने ,सम्पादित किए गए कार्यों में व्यापक पैमाने पर अनियमितता ,मानक स्तर के अनुरूप गुणवत्ता का अभाव ,अन्य फर्मों के नाम से ठेका प्राप्त करने ,कार्यों को छोटे -छोटे ठेकेदारों ,या कार्य करने वाले कुशल अर्धकुशल कामगारों में बांटने ,ठेकेदारों पर नियंत्रण नहीं होने का उल्लेख है।नोटिस में पेटी ठेकेदारों पर अनियमित अराजक एवं मनमाने ढंग से ग्रामों में गुणवत्ताहीन कार्य कराने ,पाईप ,वॉल्वस ,सेडल पीस, इलेक्ट्रो क्लोरिनेटर इत्यादि की गुणवत्ता निविदा में दिए मानकों के अनुरूप नहीं होने , पाइप बिछाने के मानकों का कहीं भी पालन नहीं होने,पोस्ट स्टैंड की गुणवत्ता घटिया स्तर के होने एवं निर्धारित स्थलों की बजाय कहीं भी मनमाने ढंग से बनाने टँकी निर्माण के कार्यों में गम्भीर लापरवाही बरतने के साथ साथ लिए गए कार्यों की अधीनस्थ कार्य कर रहे अमले को तकनीकि सुझबूझ एवं विशेषज्ञता की कमी के कारण कार्य के क्रियान्वयन में व्यापक अनियमितताएं सहित अन्य खामियां होने का उल्लेख है।
फर्मों में ‘ए ‘क्लास के ठेकेदार मेसर्स विष्णु प्रसाद अग्रवाल बिलासपुर 175.43 करोड़ के 171 कार्य ,मेसर्स सुनील कुमार जाजुड़िया बिलासपुर 42.89 करोड़ के 35 कार्य ,मेसर्स श्रीमराम कन्सट्रक्शन बिलासपुर 74.19 करोड़ के 49 कार्य , मेसर्स व्ही .व्ही. कन्सट्रक्शन जशपुर105.6 करोड़ के 298 कार्य ,मेसर्स विनोद कुमार मिश्रा जशपुर 58.98 करोड़ के 167 कार्य ,मेसर्स जय बालाजी कन्सट्रक्शन जशपुर 43.84 करोड़ के 79 कार्य , मेसर्स अल अजीज पलास्टिक प्रा.लि.मुंबई 25.77 करोड़ के 37 कार्य ,मेसर्स सलासर एसोसिएट्स रायपुर 63.37 करोड़ के 48 कार्य ,मेसर्स राजेंद्र कुमार पोददार कोरिया 44.92 करोड़ के 68 कार्य ,मेसर्स संजय कुमार गुप्ता कोरिया 51.6 करोड़ के 103 कार्य ,मेसर्स ओम इंटरप्राइजेस कोरबा 48.29 करोड़ के 81 कार्य ,मेसर्स बलराम दास सरगुजा 53.55 करोड़ के 76 कार्य ,मेसर्स सत्येंद्र कुमार सिंह अंबिकापुर 63.22 करोड़ के 103 कार्य ,मेसर्स संजय अग्रवाल राजनांदगांव 99.91 करोड़ के 123 कार्य ,मेसर्स रेक चंद अग्रवाल बलौदाबाजार 75.52 करोड़ के 46 कार्य ,मेसर्स ड्रा टेक कुरूद धमतरी 55.2 करोड़ के 75 कार्य ,मेसर्स रवि कुमार राजा बलरामपुर 72.46 करोड़ के 142 कार्य ,मेसर्स भवानी बोरवेल्स जांजगीर चाम्पा 82 .18 करोड़ के 43 कार्य ,मेसर्स शंकरा इंटरप्राइजेस कबीरधाम 107.67 करोड़ के 103 कार्य शामिल है।
इसी तरह नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगे गए बी क्लास के ठेकेदारों में रितेश कुमार अग्रवाल जांजगीर -चाम्पा 92.47 करोड़ के 45 कार्य ,राघव कन्सट्रक्शन कंपनी जांजगीर चाम्पा 46.77 करोड़ के 30 कार्य ,मेसर्स प्रियंका बोरवेल्स एंड सेनिटेशन दुर्ग 47.16 करोड़ के 39 कार्य ,मेसर्स मनोज कुमार शर्मा 42.67 करोड़ के 33 कार्य,मेसर्स ज्योति इलेक्ट्रॉनिक्स कोरबा 43.3 करोड़ के 63 कार्य ,मेसर्स गुप्तेश्वर पांडे सूरजपुर 38 करोड़ के 116 कार्य ,मेसर्स चौहान ड्रिलिंग वर्क्स महासमुंद 38.74 करोड़ के 36 कार्य ,मेसर्स अशोक कुमार अग्रवाल सूरजपुर 50.17 करोड़ के 130 कार्य ,मेसर्स अनूप बोरवेल्स एंड पम्पस जांजगीर -चाम्पा 44.51 करोड़ के 32 कार्य ,मेसर्स सुनील कुमार अग्रवाल जांजगीर -चाम्पा 72.17 करोड़ के 89 कार्य ,मेसर्स तिरुपति इंटरप्राइजेस जांजगीर -चाम्पा 60.15 करोड़ के 99 कार्य ,मेसर्स ए जी कन्सट्रक्शन कंपनी राजनांदगांव 39.69 करोड़ के 24 कार्य ,मेसर्स ओम कन्स्ट्रक्शन बिलासपुर 56.58 करोड़ के 45 कार्य, मेसर्स सुभाष बोरवेल्स बलौदाबाजार 46.27 करोड़ के 26 कार्य शामिल हैं।
बात करें सी क्लास के फर्मों को जारी नोटिस एवं स्पष्टीकरण की तो मेसर्स बी. एम. शर्मा कोरबा 25.64 करोड़ के 16 कार्य ,मेसर्स गोयल बोरवेल्स सूरजपुर 46.34 करोड़ के 165 कार्य ,सौमित्र कन्सट्रक्शन जांजगीर चाम्पा 33.85 करोड़ के 29 कार्य शामिल हैं।
इसी तरह डी क्लास के फर्मों को भी नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया था। इनमें मेसर्स मंगल टाईल्स एवं सेनेटरी कबीरधाम 16.70 करोड़ के 17 कार्य,मेसर्स ध्रुवी कन्सट्रक्शन महासमुंद 16.27 करोड़ के 20 कार्य शामिल हैं।