कोरबा। मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत जिले में शासकीय विद्यालय भवनों के मरम्मत, जीर्णोद्धार ,रेनोवेशन एवं अतिरिक्त कक्ष के करोड़ों रुपए के 941 कार्य भले के स्वीकृत किए गए हैं। लेकिन आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में निर्माण की धीमी प्रगति ,गुणवत्ता में खामियां के साथ ही साथ अब कई जर्जर स्कूल भवनों की अनदेखी का मामला प्रकाश में आ रहा ।इन्हीं स्कूलों में से एक है कटघोरा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम कसरेंगा में संचालित शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला। जर्जर स्कूल भवन के मरम्मत की अनदेखी से बच्चों के सुरक्षा एवं भविष्य से चिंतित अभिभावकों ने सरपंच के साथ कलेक्टोरेट पहुंचकर नवीन भवन स्वीकृत कराने की गुहार लगाई।


कटघोरा विधानसभा अंतर्गत ग्राम कसरेंगा में प्राथमिक और माध्यमिक शाला संचालित होती है। दोनों ही स्कूल भवन जर्जर हालत में है। स्कूल की खिड़की उखड़ चुकी है, दरवाजे नहीं है। छज्जा कभी भी गिर सकता है। ऐसी स्थिति में बच्चे पढ़ने को मजबूर हो रहे हैं। बारिश के दिनों में खतरा और भी बढ़ गया है। खास बात यह है कि ग्राम कसरेंगा कटघोरा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आता है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और कांग्रेसी विधायक पुरुषोत्तम कंवर के क्षेत्र में ही स्कूल की इस तरह स्थिति है। साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिव कला कंवर का भी क्षेत्र से वास्ता है। इसके बावजूद नौनिहालों को खतरे के बीच अपना भविष्य गढ़ने मजबूर होना पड़ रहा है। शिकायत लेकर पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि ऊपर से छज्जा गिर रहा है, जिससे कभी भी जनहानि हो सकती है। ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल के शिक्षक का साफ कहना है कि माता-पिता अपनी जिम्मेदारी पर बच्चों को स्कूल भेजें।अब कलेक्टर तक उनकी फरियाद पहुंच गई है। देखना होगा कि प्रशासन बच्चों को राहत देने क्या पहल करता है।