रायपुर। प्रदेश में कंजक्टिवाइटिस के हजारों मामले सामने आ चुके हैं। इस बीमारी के चपेट में बड़ी संख्या में बच्चे भी आ गए हैं। जिसको लेकर उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने प्रेसवार्ता करते हुए कहा, कंजक्टिवाइटिस के मद्देनज़र स्कूल बंद नहीं होगा। स्कूल बंद करने से पढ़ाई प्रभावित होगी। जो बच्चे इस बीमारी से ग्रसित हैं वो घर में रह कर पढ़ाई करेंगे।मुख्यमंत्री बघेल के द्वारा स्थिति आंकलन करने के बाद फ़ैसला लिया गया है।


आगे उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि, प्रदेश में 19873 लोग इससे ग्रसित मरीज़ हैं। दुर्ग, रायपुर में 3 हज़ार से ज़्यादा प्रभावित मरीज़ हैं। 4 लाख से ज़्यादा दवा उपलब्ध है। ये वायरस है खतरनाक नहीं है। दवा नहीं लेने से भी तीन से सात दिन में ठीक हो जाएंगे। दुष्प्रचार से बचना होगा।

आगे उन्होंने बताया, स्वास्थ्य विभाग ने स्कूल शिक्षा और आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग को कंजक्टिवाइटिस की रोकथाम के लिए पत्र लिखकर बचाव के लिए निर्देशित करने कहा है। बच्चों को इस संक्रमण के लक्षणों, उपचार और बचाव की जानकारी देने भी कहा है। इस बीमारी में रोगी की आंख लाल हो जाती है। कीचड़ आता है, आंसू आते हैं, चुभन होती है। कभी-कभी सूजन भी आ जाती है. कंजक्टिवाइटिस होने पर एंटीबायोटिक ड्रॉप जैसे जेंटामिसिन (Gentamicine), सिप्रोफ्लॉक्सिन (Ciprofloxacine) और मॉक्सीफ्लॉक्सिन (Moxifloxacin) आई ड्रॉप आंखों में छह बार एक-एक बूंद तीन दिनों के लिए मरीज को देना चाहिए।