कोरबा। छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा ने आयोजित किया कार्यक्रम बृहस्पति एवं शनि युति सोमवार को कोरबा बाल्को की कॉफी प्वाइंट पर जुपिटर सैटर्न के कंजंक्शन को टेलीस्कोप के माध्यम से देखा गया कोरोना महामारी के कारण पब्लिक कार्यक्रम नहीं रखा गया था लेकिन सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में लोगों ने सपरिवार आकर टेलिस्कोप के माध्यम से इस खगोलीय घटना को देखा सायं 6 से साढ़े 7 तक इस खगोलीय घटना को देखा गया जिसमें बड़ी संख्या में बच्चों एवं बड़ो ने उत्सुकतापूर्वक सहभागिता की इस दुर्लभ खगोलीय घटना में दोनों के बीच की आभासी दूरी 0.1 डिग्री से भी कम रह गयी थी। पृथ्वी से देखने पर इनके बीच की यह दूरी आबासिय थी, जबकि वास्तविकता में शनि व गुरु के बीच नजदीक आने पर दूरी औसत 65.5 करोड़ किमी होती है। जबकि दूर होने पर यह दूरी औसत 2.21 अरब किमी होती है। इसके बाद ये दोनों ग्रह 376 साल बाद एक दूसरे के इतने ही करीब पहुंचेंगे। गैलीलिओ ने देखा था पहली बार : महान विज्ञानी गैलीलिओ गैलीली ने टेलीस्कोप बनाने के बाद 1623 में शनि व गुरु को एक दूसरे के इतने करीब पहली बार देखा देखा था। टेलीस्कोप की सुविधा उपलब्ध हो जाने से ग्रह नक्षत्रों समेत ब्रह्मांड के कई रहस्यमय व भ्रामक तथ्यों की सत्यता का पता चला था। ग्रेट कंजंक्शन नाम दिया इस घटना को: इस दुर्लभ खगोलीय घटना को विज्ञानियों ने ग्रेट कंजंक्शन नाम दिया है।कंजंक्शन यानी आच्छादन की घटनाएं सौर मंडल में अक्सर होती रहती हैं, लेकिन दो बड़े ग्रहों के बेहद नजदीक आने की घटना सदियों बाद ही हुआ करती हैं। जिस कारण इसे ग्रेट कंजंक्शन नाम दिया गया है।पृथ्वी से शनि व बृहस्पति ग्रह आपस में सबसे नजदीक दिखाई दिए आज से पहले यह घटना 1604 में देखी गई थी छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा के जन जागरुकता अभियान के तहत इस विरल खगोलीय घटना को न्यूटोनियन टेलिस्कोप के माध्यम से देखा गया छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्यों ने सपरिवार आकर इस अद्भुत नजारे को दिखा लगभग डेढ़ 150 लोगों ने न केवल जुपिटर सैटर्न कंजंक्शन देखा बल्कि सैटेलाइट और चाँद को भी टेलिस्कोप के माध्यम से देखा ।दोनों ग्रहों में जो नंगी आंखों से ज्यादा चमकीला और सुनहरे रंग का दिख रहा था व बृहस्पति ग्रह था और जो हल्के सफेद रंग का दिख रहा था वह शनि ग्रह था टेलीस्कोप के माध्यम से बृहस्पति ग्रह की 4 चाँद .आयो ,यूरोपा, गेनीमेड और कैलिस्टो भी दिखाई दिए ।ज्ञातव्य हो कि इस कार्यक्रम में वन विभाग का विशेष सहयोग रहा तथा डी एफ ओ कोरबा ने सपरिवार आकर छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा के सदस्यों का मनोबल बढ़ाया ।डॉ दिनेश दीक्षित (छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा कोरबा के सचिव) ,डिक्सन मसीह( छ वि स कोरबा इकाई के उपाध्यक्ष) वेदव्रत उपाध्याय (कोरबा इकाई के सहसचिव) निधि सिंह (छ वि स राज्य संयुक्त सचिव) प्रकाश तेंदुलकर ,सुमित सिंह ,सर्वज्ञ, लीला प्रसाद, देव माझी ,मुकेश कृष्ण कुमार चंद्राकर ने कार्यक्रम के सफल आयोजन में विशेष सहयोग किया